चैंपियंस ट्रॉफी 2017 : ये पांच 'जाबांज' बन सकते हैं टीम इंडिया के ट्रंप कार्ड
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चैंपियंस ट्रॉफी 2017 : ये पांच 'जाबांज' बन सकते हैं टीम इंडिया के ट्रंप कार्ड

भारत और श्रीलंका के बीच चैंपियंस ट्रॉफी के मैच में भारत की टीम काफी मजबूत नजर आती है. उनका बल्लेबाज क्रम शानदार है और उनके पास जसप्रीत बुमराह, उमेश यादव और भुवनेश्वर जैसे तेज गेंदबाज हैं, जो किसी भी बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त कर सकते हैं. लेकिन यदि भारत के कुछ खास खिलाड़ियों को तलाशना हो तो वे ये हो सकते हैं :

टीम इंडिया के ये खिलाड़ी पलट सकते हैं मैच का रुख (PIC : BCCI)

नई दिल्ली : भारत और श्रीलंका के बीच चैंपियंस ट्रॉफी के मैच में भारत की टीम काफी मजबूत नजर आती है. उनका बल्लेबाज क्रम शानदार है और उनके पास जसप्रीत बुमराह, उमेश यादव और भुवनेश्वर जैसे तेज गेंदबाज हैं, जो किसी भी बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त कर सकते हैं. लेकिन यदि भारत के कुछ खास खिलाड़ियों को तलाशना हो तो वे ये हो सकते हैं :

विराट कोहली

भारतीय टीम के कप्तान विराट स्वभाव से ही आक्रामक हैं. उनकी यह आक्रामकता केवल उनके व्यवहार में ही नहीं झलकती  बल्कि उनके बल्लेबाजी में साफ दिखाई देती है. और श्रीलंका के खिलाफ तो वे और भी ज्यादा आक्रामक होकर खेलते हैं. इस बात बात का गवाह इतिहास भी है. विराट ने श्रीलंका के खिलाफ अब तक 40 एक दिवसीय मैच खेले हैं. इनमें विराट ने 56.24 की औसत से 1856 रन बनाए हैं. 

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जब अन्य देशों के मैचों में उनका औसत 51.92 है. यानी श्रीलंका के गेंदबाज उन्हें खूब रास आते हैं. लसिथ मलिंगा उस मैच को भूले नहीं होंगे जिसमें विराट ने उनके एक ओवर में 26रन मारे थे. स्वाभाविक रूप से विराट भारतीय बल्लेबाजी की धुरी हैं.

महेंद्र सिंह धोनी

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान धोनी यूं तो हर टीम के लिए सबसे बड़ी परेशानी बनते हैं. लेकिन श्रीलंका जानता है कि उनके खिलाफ धोनी का बल्ला कुछ ज्यादा ही चलता है. श्रीलंका के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड धोनी के ही नाम है. धोनी ने 2005-13 के बीच खेले गए 57 एकदिवसीय मैचों की 46 पारियों में 1086रन बनाए हैं. इस दौरान उनका औसत 61.35 का रहा है. वह श्रीलंका के खिलाफ 2 शतक और 16 अर्धशतक लगा चुके हैं. 

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धोनी का खौफ श्रीलंका की टीम में उस समय से है जब उन्होंने अक्टूबर 2005 में लंका के खिलाफ ताबड़तोड़ 183 रनों की पारी खेली थी. यह पारी थी जिसने धोनी को देश का प्रिय खिलाड़ी बना दिया था. 2011 के विश्व कप के फाइनल में भी धोनी ने 91 रनों की शानदार पारी श्रीलंका के खिलाफ ही खेली थी. उन्होंने आखिरी ओवर में भारत को मैच जिताया था. और श्रीलंका के दोबारा विश्व कप जीतने के सपनो को चूर चूर कर दिया था. 

युवराज सिंह

युवराज सिंह भारतीय टीम के सबसे आक्रामक खिलाड़ी माने जाते हैं. पाकिस्तान के खिलाफ चैंपियंस ट्रॉफी के पहले मैच में जिस तह उन्होंने बल्लेबाजी की उससे श्रीलंका के खिलाड़ी जरूर भयभीत होंगे. श्रीलंका के खिलाफ युवराज भी खासे आक्रामक नजर आते हैं. अब तक उन्होंने लंका के खिलाफ 54 मैचों में 1393 रन बनाए हैं. उनका औसत 33.97 का रहा है. 

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इस दौरान उन्होंने एक शतक और 9 अर्धशतक लगाए हैं, इसलिए वह लंका के खिलाफ अहम खिलाड़ी साबित हो सकते हैं. 

रोहित शर्मा

भारतीय ओपनर और शांत से दिखने वाले रोहित बेहद आक्रामक खिलाड़ी हैं. वह अपनी कप्तानी में मुंबई इंडियंस को तीन बार चैंपियन बना चुके हैं. श्रीलंका के खिलाफ बड़े शॉट खेलना और ब़ड़ा स्कोर करना उन्हें भी खूब रास आता है. लंका के खिलाफ वह 36 मैचों की 35 पारियों में 695 रन बना चुके हैं और एक दिवसीय क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी पारी भी रोहित ने लंका के खिलाफ ही खेली थी. 

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इसमें उन्होंने 264 रन बनाए थे और 16 छक्के मारे थे. श्रीलंका के खिलाफ रोहित का औसत 34.46 का रहा है. इसलिए श्रीलंका को रोहित से भी सावधान रहना होगा. 

जसप्रीत बुमराह

यूं तो भारतीय टीम में पेसरों की कोई कमी नहीं है. बुमराह के अलावा भुवनेश्वर और उमेश यादव भी इस समय बहुत अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं. लेकिन श्रीलंका के खिलाफ बुमराह ट्रंप कार्ड साबित हो सकता है. एकदिवसीय मैचों में सिर्फ 12 मैचों का अनुभव रखने वाले बुमराह ने पिछले एक दो सालों में ही अपनी आक्रामक गेंदबाजी से बल्लेबाजों को आतंकित कर दिया है. 

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इसकी एक वजह यह है कि वह बेहद शानदार यॉर्कर डालते हैं. डेथ ओवर्स में तो उनकी गेंदबाजी देखने लायक होती है. क्योंकि श्रीलंका के पास अनुभवहीन टीम है, इसलिए बुमराह बल्लेबाजों को राह भुलाने का काम आसानी से कर सकते हैं. 

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