Rudraksh Rule: रुद्राक्ष धारण करने से पहले जान लें नियम, जानें पहनने की विधि और लाभ
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Rudraksh Rule: रुद्राक्ष धारण करने से पहले जान लें नियम, जानें पहनने की विधि और लाभ

Rudraksh Ke Niyam: हिंदू धर्म में रुद्राक्ष की काफी मान्यता है और इसको पवित्र माना जाता है. कई लोग इसे धारण भी करते हैं, लेकिन इसके नियम नहीं जानते हैं. ऐसे में जरूरी है कि रुद्राक्ष धारण करने से पहले उसके नियम, पहनने की विधि और फायदे जान लें.

रुद्राक्ष

Rudraksh Dharan Karne Ke Niyam: रुद्राक्ष को काफी चमत्कारी माना जाता है. ऐसी मान्यता है कि इसका जन्म भगवान भोलेशंकर के आंसुओं से हुआ था. ऐसे में यह भोलेबाबा को काफी प्रिय है. जिन लोगों की भगवान शिव पर आस्था होती है, वह रुद्राक्ष धारण करते हैं. रुद्राक्ष कई प्रकार के होते हैं और इनका संबंध अलग-अलग मनोकामनाओं के लिए होता है. भोलेनाथ के कई भक्त रुद्राक्ष तो धारण करते हैं, लेकिन नियमों का पालन नहीं करते हैं. ऐसे में उनको फल तो प्राप्त नहीं होता, उल्टा नुकसान होने लगता है.

ऐसे करें धारण

रुद्राक्ष को लाल, पीले या सफेद धागे में ही धारण करना चाहिए. वहीं, इसे चांदी, सोना या तांबे में भी धारण किया जा सकता है. जब भी रुद्राक्ष धारण करें, उस समय 'ॐ नम: शिवाय' का जाप करना न भूलें. रुद्राक्ष को हमेशा स्नान करने के बाद ही पहनना चाहिए. इसे हमेशा अपने पैसों से खरीदें, किसी दूसरे द्वारा खरीदा गया या फिर उपहार में मिला रुद्राक्ष धारण न करें और न ही खुद का रुद्राक्ष किसी अन्य को दें. रुद्राक्ष धारण करने से पहले किसी साधु संत या पुरोहित अभिमंत्रित करवाएं.

लाभ

रुद्राक्ष को हमेशा विषम संख्या में ही धारण करना चाहिए. कभी भी 27 दानों से कम की रुद्राक्ष माला न बनवाएं. ऐसा करने पर शिव दोष लग सकता है. रुद्राक्ष पहनने से एकाग्रता और स्मरण शक्ति मजबूत होती है. इसको धारण करने के बाद समस्त पापों का अंत होता है. इससे जीवन में सुख-शांति आती है और कुंडली से सभी अशुभ प्रभाव दूर होते हैं. इसको पहनने से ऊर्जा और ताकत में वृद्धि होती है, साथ ही यह तनाव और ब्‍लड प्रेशर को भी कम करने में मदद मिलता है. इसको धारण करने त्‍वचा संबंधित बीमारियों को दूर करने में मदद मिलती है.

इन निययों का करें पालन

जो लोग मांसाहार और मदिरा पान या धूम्रपान करते हैं, उनको रुद्राक्ष धारण नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से रुद्राक्ष अशुद्ध हो जाता है और कई तरह के संकटों का सामना करना पड़ सकता है. वहीं, श्मशान घाट जाने से पहले रुद्राक्ष की माला घर पर ही उतार कर जाएं. भूलवश रुद्राक्ष न उतार पाएं तो श्मशान में प्रवेश से पहले उतारकर जेब में रख लें. रात को सोते समय भी रुद्राक्ष को उतार देना चाहिए. रुद्राक्ष उतारकर तकिए के नीचे रखने से अच्छी नींद आती है और बुरे सपने दूर रहते हैं. जहां किसी नवजात का जन्म हुआ हो, वहां  जाने से पहले भी रुद्राक्ष उतार देना चाहिए.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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