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Maa Saraswati Temples: ये हैं मां सरस्वती के प्रमुख मंदिर, बसंत पंचमी पर जरूर करें दर्शन

Basant Panchami 2024: कल यानी 14 फरवरी को मां सरस्वती का प्रमुख त्योहार बसंत पंचमी मनाया जाएगा. इस दिन मां सरस्वती की पूजा करने के साथ बुद्धि, ज्ञान का आशीर्वाद मांगा जाता है. ये त्योहार विद्यार्थियों के लिए काफी खास माना जाता है. इस दिन आप घर पर पूजा करने के साथ-साथ मां सरस्वती के मंदिर में भी जा सकते हैं. आज हम आपको कुछ ऐसे सरस्वती मंदिर के बारे में बताएंगे जो काफी खास माने जाते हैं और आप बसंत पंचमी पर दर्शन करने जा सकते हैं.

1. ज्ञान सरस्वती मंदिर, तेलंगाना

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1. ज्ञान सरस्वती मंदिर, तेलंगाना

तेलंगाना में गोदावरी नदी के तट पर ये सरस्वती मंदिर स्थित है. इस मंदिर में बच्चों को अक्षरा अभ्यासम नामक शिक्षण समारोह के लिए लाया जाता है. कथाओं के अनुसार ये मंदिर राजा बिजियालुडु द्वारा बनवाया गया था.

2. श्री शारदा देवी मंदिर, एमपी

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2. श्री शारदा देवी मंदिर, एमपी

मध्य प्रदेश के सतना जिले में सरस्वती माता का श्री शारदा देवी मंदिर स्थित है. ये मंदिर काफी प्राचीन है. बसंत पंचमी के अवसर पर यहां खास समारोह आयोजित किया जाता है. शारदा देवी मंदिर एक पहाड़ी पर स्थित है, यहां पहुंचने के लिए आपको करीब 1 हजार 63 सीढ़ियां चढ़नी पडे़ंगी. सीढ़ियों के अलावा यहां पर आपको रोपवे की सुविधा भी मिल जाएगी. 

3. पनाचिक्कडु मंदिर, केरल

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3. पनाचिक्कडु मंदिर, केरल

पनाचिक्कडु मंदिर केरल के कोट्टायम जिले में स्थित है. सरस्वती मां का ये सबसे खास मंदिर माना जाता है. नवरात्रि के दिनों में यहां बहुत शानदान समारोह का आयोजन किया जाता है.

4. सरस्वती मंदिर, राजस्थान

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4. सरस्वती मंदिर, राजस्थान

राजस्थान में सुप्रसिद्ध सरस्वती मंदिर स्थित है. ये एक प्राचीन मंदिर है. राजस्थान के पुष्कर में स्थित ये मंदिर पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है. यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं. बसंत पंचमी पर इस मंदिर में काफी रौनक रहती है. मंदिर में हवन, यज्ञ समेत कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.

 

5. श्री श्रृंगेरी शारदाम्बा मंदिर, कर्नाटक

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5. श्री श्रृंगेरी शारदाम्बा मंदिर, कर्नाटक

मां सरस्वती का ये मंदिर कर्नाटक के श्रृंगेरी में स्थित है. ये मंदिर 8 वीं सदी का बताया जाता है. इस मंदिर की स्थापना श्रा आदि शंकराचार्य ने की थी. इस मंदिर की खास बात ये है कि यहां शारदाम्बा देवी की मेंखड़ी मुद्रा में चंदन की मूर्ति है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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