Hartalika Teej 2022: हरतालिका तीज का व्रत कब रखा जाएगा? जानें तिथि, व्रत के नियम और पूजा विधि
Advertisement
trendingNow11201107

Hartalika Teej 2022: हरतालिका तीज का व्रत कब रखा जाएगा? जानें तिथि, व्रत के नियम और पूजा विधि

Hartalika Teej 2022 Date: हरतालिका तीज का व्रत भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के दिन रखा जाता है. इस दिन भगवान शिव और माता पावर्ती की विधि-विधान से पूजा की जाती है. जानें हरतालिका तीज की तिथि और व्रत नियम के बारे में. 

 

फाइल फोटो

 

Hartilka Teej 2022 Vrat: हरतालिका तीज का व्रत भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को रखा जाता है. इस बार हरतालिका तीज 30 अगस्त, मंगलवार के दिन मनाई जाएगा. बता दें कि हरतालिका तीज का व्रत सुहागिन महिलाएं अखंड सुहाग के लिए निर्जला और निराहार रखा जाता है. इस दिन सुहागिन और कुंवारी महिलाएं विधि-विधान से व्रत रखती हैं. इस दिन भगवान शिव और मां पावर्ती की पूजा की जाती है. 

कई जगहों पर आज के जदिन भगवान शिव और मां पावर्ती की कच्ची मिट्टी से मूर्ति बनाई जाती है और उन्हें अच्छे से सजा कर पूजा की जाती है. आइए जानते हैं हरतालिका तीज की तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजन नियम के बारे में. 

 

ये भी पढ़ें- Shani Jayanti 2022: मनोकामना पूर्ति के लिए शनि जंयती पर कर लें ये 2 चमत्कारी उपाय, रंक से राजा बनने में नहीं लगेगी देर

 

हरतालिका तीज शुभ मुहूर्त 2022

इस बार हरतालिका तीज का व्रत 30 अगस्त के दिन रखा जाएगा. भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि का आरंभ 29 अगस्त, 2022 दोपहर 3 बजकर 20 मिनट पर किया जाएगा, वहीं तिथि का समापन 30 अगस्त , 2022 दोपहर 3 बजकर 33 मिनट पर होगा.   इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 5 मिनट से शुरू होकर 8 बजकर 38 मिनट तक है. 

हरतालिका तीज पूजन विधि

ये भी पढ़ें- June Month 2022 Festival: निर्जला एकादशी, वट पूर्णिमा व्रत समेत जून माह में आएंगे ये बड़े त्योहार, जानें जून माह के व्रत

अगर आप हरतालिका तीज के दिन व्रत रखने की सोच रहे हैं तो बता दें कि इस दिन व्रत रखकर भगवान शिव और मां पार्वती की विधिवत्त पूजा की जाती है. बता दें कि हरतालिका तीज प्रदोषकाल में किया जाता है. इस दिन सुबह उठकर स्नान आदि से निवृत्त होने के बाद भगवान शिव और मां पार्वती के समक्ष व्रत का संकल्प लें. इस दिन पूरा दिन निर्जला और निराहार व्रत रखा जाता है. 

इस दिन सूर्यास्त के बाद प्रदोषकाल में भगवान शिव और मां पार्वती की रेत से बनी प्रतिमा की पूजा करें. पूजा के समय ऋंगार की सभी वस्तुएं मां पार्वती को अर्पित करें. इस दिन व्रत कथा आदि सुनें और आरती करें. 

हरतालिका तीज का महत्व

हिंदू धर्म में हरतालिका तीज के व्रत का विशेष महत्व है. इस दिन महिलाएं सोलह ऋंगार करके पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं. साथ ही, इस दिन कुंवारी महिलाएं भी मनचाहे वर की प्राप्ति के लिए तीज का व्रत रखती हैं. इस दिन व्रत रखने से वैवाहिक जीवन में शांति होती है. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

 

Trending news