आप खुद भी चेक कर सकते हैं अपने घर का वास्‍तु, ये है आसान तरीका
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आप खुद भी चेक कर सकते हैं अपने घर का वास्‍तु, ये है आसान तरीका

Home Vastu: घर का वास्‍तु शास्‍त्र के अनुरूप होना जरूरी है, वरना गरीबी, दुख, बीमारियां, समस्‍याएं पीछा नहीं छोड़ती हैं. आज हम वो टिप्‍स जानते हैं जिससे आप अपने घर का वास्‍तु खुद चैक कर सकते हैं. 

आप खुद भी चेक कर सकते हैं अपने घर का वास्‍तु, ये है आसान तरीका

Vastu Shastra: घर में खुशहाली, धन-दौलत, समृद्धि रहे ऐसा सभी चाहते हैं. लेकिन कई बार विभिन्‍न कारणों के चलते ऐसा संभव नहीं हो पाता है. इसमें वास्‍तु दोष भी एक बड़ी वजह है. घर में वास्‍तु दोष हो तो नकारात्‍मक ऊर्जा का वास रहता है, जिससे घर में आर्थिक तंगी, बीमारियां, अशांति रहती है. इसलिए समय रहते वास्‍तु दोष दूर कर लेना चाहिए. लेकिन इस मामले में एक समस्‍या ये है कि लोगों को पता नहीं होता है कि उनमें वास्‍तु दोष है. साथ ही हर किसी के लिए वास्‍तु विशेषज्ञ की मदद ले पाना भी संभव नहीं हो पाता है. आज कुछ ऐसे अहम सूत्र जानते हैं, जिनसे व्‍यक्ति खुद अपने घर का वास्‍तु चैक कर सकता है और उसे काफी हद तक उसे ठीक भी कर सकता है. 

ऐसे चेक करें वास्‍तु 

वास्‍तु शास्‍त्र में दिशाओं का बड़ा महत्‍व है. हर दिशा की अपनी ऊर्जा होती है. यदि हर दिशा में उसकी ऊर्जा के अनुसार सामान रखा जाए या उस जगह का उपयोग किया जाए तो घर में सकारात्‍मकता आती है. आइए जानते हैं कि वास्‍तु शास्‍त्र के अनुसार किस दिशा में क्‍या होना चाहिए. 

उत्तर और पूर्व की दिशा: वास्‍तु शास्‍त्र के अनुसार घर के उत्तर और पूर्व की दिशा खुली होना चाहिए. साथ ही इस दिशा का हवादार, प्रकाशवान और सुंगधित होना अच्‍छा होता है. यदि इस दिशा में गंदगी, अंधेरा, बदबू और भारी सामान हो तो घर में कभी खुशहाली नहीं रहती है. बल्कि गरीबी, बाधाएं, अशांति रहती है. 

उत्तर-पश्चिम की दिशा: घर की उत्तर-पश्चिम दिशा ड्राइंग रूम बनाने के लिए सबसे उपयुक्‍त मानी गई है. यदि ऐसा संभव ना हो तो यहां पार्किंग बनाना भी अच्‍छा रहता है. 

किचन: घर में किचन का सही दिशा में होना बहुत जरूरी है. क्‍योंकि यही पके हुए भोजन से व्‍यक्ति को ऊर्जा मिलती है और उसका जीवन चलता है. किचन का वास्‍तु जातक की आर्थिक स्थिति, सेहत आदि पर सीधा असर डालता है. वास्‍तु के अनुसार किचन दक्षिण पूर्व अर्थात् आग्नेय कोण में होना चाहिए. 

घर का मध्‍य: घर का सेंटर या मध्‍य स्‍थान हमेशा खुला होना चाहिए. इसे ब्रह्म स्थान कहते हैं. इस जगह पर कभी भी भारी फर्नीचर जैसे डाइनिंग टेबल, सोफा, बेड आदि ना रखें. 

बेडरूम: घर में बेडरूम दक्षिण-पश्चिम में होना सबसे अच्छा माना जाता है. करियर में ग्रोक के लिए बेडरूम का दक्षिण दिशा के मध्य में होना बहुत शुभ होता है. 

स्‍टडी रूम: पढ़ाई के लिए भी पश्चिम दिशा अच्छी मानी जाती है. लिहाजा स्‍टडी रूम और बच्‍चों का बेडरूम उत्तर-पश्चिम दिशा में बनवाएं. ध्‍यान रहे कि स्टडी टेबल पूर्व दिशा की ओर हो. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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