1 मई के बाद इन 4 राशि वालों के घर बजेंगी शहनाई, प्‍यार-पैसे और खुशियों की होगी बरसात
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1 मई के बाद इन 4 राशि वालों के घर बजेंगी शहनाई, प्‍यार-पैसे और खुशियों की होगी बरसात

Jupiter Transit 2024: 1 मई 2024 को गुरु गोचर करके वृषभ राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं. गुरु का राशि परिवर्तन 4 राशि वालों के लिए बहुत शुभ रहेगा और सिंगल जातकों के विवाह का प्रबल योग बनाएगा. 

1 मई के बाद इन 4 राशि वालों के घर बजेंगी शहनाई, प्‍यार-पैसे और खुशियों की होगी बरसात

गुरु गोचर 2024: मई 2024 शुरू होते ही गुरु मेष राशि से वृष राशि में करेंगे प्रवेश, जहां पर यह पूरे एक वर्ष तक रहेंगे. इस एक वर्ष के भीतर इन 4 राशि वालों के घर में शहनाई गूंजने की प्रबल संभावनाएं बनेगी. इनके घरों पर दूल्हा निश्चित रूप से बारात लेकर आएगा. गुरु के वृष राशि में आते ही विवाह योग्य कन्याओं का विवाह होने की संभावना बढ़ जाएगी, उनके रिश्ते हो सकेंगे. 

मिलेगा मनपसंद जीवनसाथी
 
किसी भी घर में जब कन्या बड़ी होकर विवाह योग्य हो जाती है तो हर कोई उसके विवाह की चिंता करने लगता है. विवाह के लिए योग्य वर की तलाश शुरु हो जाती है, योग्य वर मिलने के बाद बात विवाह करने की शुरू होती है तो कई लोगों के यहां कोई न कोई अड़चन आती ही रहती है. कई बार तो ऐसा भी होता है कि एक बार रिश्ता तय होने के बाद जब कन्या के घर में विवाह की तैयारियां शुरू होती हैं तभी उसका रिश्ता होते होते किन्हीं कारणों से टूट जाता है. यदि किसी घर में विवाह योग्य कन्याओं की ऐसी स्थिति है तो इन चार राशि वाली कन्याओं को पहली मई के साथ ही उपाय शुरु कर देना चाहिए.   

इन राशि के लोगों पर पड़ेगी गुरु की नजर

अभी तक देवगुरु बृहस्पति मेष राशि में थे, किंतु 1 मई से वह वृष राशि में पहुंच जाएंगे. वृष राशि में पहुंचते ही गुरु अपना दृष्टिपात वृष राशि वालों पर तो करेंगे ही जहां पर वह बैठेंगे, उन पर तो कृपा करेंगे ही, साथ ही कन्या, वृश्चिक और मकर राशि वालों को भी मिलेगा गुरु की कृपा का लाभ. 

इन चार राशि वालों को मिलेगा गुरु का पूरा फल

वृष, कन्या, वृश्चिक और मकर राशि वाली अविवाहित कन्याएं विवाह के रूप में गुरु की पूरी कृपा पाने के लिए गुरुवार को देवगुरु बृहस्पति की पूजा करें. बृहस्पति की कथा पढ़ें, केले के पेड़ में जल चढ़ाएं और पीला वस्त्र पहनने के साथ ही पीला तिलक भी लगाएं. पीला तिलक हल्दी, केसर या फिर पीले चंदन का भी हो सकता है. गुरुवार को लाल गाय को भोजन या चारा खिलाएं. लाल गाय न मिलने पर किसी भी गाय को खिलाएं लेकिन खिलाएं जरूर. 

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