USA President's Secret Code Names: हैरी एस ट्रूमैन अमेरिका के 33वें राष्ट्रपति थे. जिनका कार्यकाल 12/4/1945 से 20/1/1953 तक रहा. इसी दौरान 6/08/1945 को दुनिया ने परमाणु बम की ताकत देखी. जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर एटम बम दागा गया. लाखों लोग मारे गए. करीब-करीब उसी दौर से अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए (CIA) अपने राष्ट्रपतियों और उनकी फैमिली के लोगों को अजीबोगरीब कोड नेम दे रही है. ऐसा क्यों होता है? आइए जानते हैं इस सीक्रेट से जुड़ा सबकुछ
करीब 8 दशकों से अमेरिका के हर राष्ट्रपति और उनके परिवार के लोगों के एक नाम नहीं बल्कि दो-दो नाम होते हैं. एक नाम तो वो होता है, जो उनके सर्टिफिकेट पर लिखा होता है और उसी नाम से पूरी दुनिया उन्हें जानती और पहचानती है. लेकिन उनका एक और नाम होता है, जिसे सिर्फ अमेरिकी खुफिया एजेंसी (CIA) के कुछ चुनिंदा लोग ही जानते हैं.
अपने रोजमर्रा के काम-काज में सीक्रेट एजेंसी CIA के लोग अमेरिकी राष्ट्रपति और उनके परिवार के लोगों का असली नाम नहीं बल्कि कोड नेम का ही इस्तेमाल करते हैं. CIA ये काम कैसे करती है? और अभी तक किस-किस राष्ट्रपति को क्या-क्या नाम दिया गया, आइए बताते हैं. सबसे पहले बात जॉन एफ कैनेडी की जो 1961 में US के 35वें प्रेसिडेंट बने. वो 1963 में खुद पर हुए जानलेवा हमले के बाद मृत्यु का ऐलान होने तक इस पद पर रहे. कैनेडी जब प्रेसीडेंट बने तो उनका सीक्रेट कोड नाम लांसर था. उनके प्रशासन की तुलना कैमलॉट से की जाती थी, जो अमेरिकी इतिहास का सूरमा था. इसी तरह प्रथम महिला जैकी कैनेडी को लेस के नाम से जाना जाता था.
जिमी कार्टर का कोड नेम डेकन था. वो चर्च में लंबे समय तक सक्रिय रहने के बाद, राष्ट्रपति बने थे. पद पर रहने के बाद भी वो संडे स्कूल में पढ़ाते थे. डेकन, अमेरिका में धार्मिक आस्था से जुड़ा नाम है.
बिल क्लिंटन को खुफिया एजेंसियों ने ईगल सीक्रेट कोड दिया था. ईगल शिकारी पक्षी है. एक अनुमान के मुताबिक उन्हें यह कोड नाम शायद इसलिए दिया गया, क्योंकि वो ईगल स्काउट संगठन के प्रमुख पद पर रह चुके थे.
डोनाल्ड ट्रंप का सीक्रेट नाम मुगल था. ये कोड आमतौर पर अंग्रेजी भाषा में उसे कहा जाता हो, जो किसी एंपायर का मालिक हो. हालांकि बिजनेस मैन ट्रंप चाहते थे कि वो अपना कोड नाम खुद तय करें. लेकिन ऐसा हो न सका.
वर्तमान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का कोड नेम केल्टिक है. बाइडेन को CIA कोड वर्ड में केल्टिक कहती है. उन्हें ये नाम तब मिला था, जब वो उपराष्ट्रपति थे.
पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज बुश का कोड नेम इनोवेटर था. जिसका मतलब होता है, हमेशा नई तरह के कामों को अंजाम देने वाला. कुछ एक्सपर्ट्स का मानते हैं कि ये नाम उन्हें पार्टी के प्रति नए काम करने पर दिया गया होगा.
आपको बताते चलें कि अमेरिकी खुफिया एजेंसी ये कोड नेम खुद नहीं रखतीं, बल्कि वो कुछ नाम तय करके अमेरिकी राष्ट्रपति को देती हैं. जिसमें वो अपना पसंदीदा नाम छांट लेते हैं. कुछ अमेरिकी प्रेसिडेंट ने अपना कोड नेम खुद सेलेक्ट किया था. जैसे ओबामा का कोड रेनगेड था. जो उन्होंने खुद चुना. वैसे आप ये जानकर हैरान रह जाएंगे कि रेनगेड का अर्थ पाखंडी होता है.
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