उत्तर प्रदेश ने 2024 में पर्यटन के क्षेत्र में नया इतिहास रच दिया है. जनवरी से सितंबर तक प्रदेश ने 476.1 मिलियन पर्यटकों को आकर्षित किया. इसमें सबसे बड़ा योगदान अयोध्या का रहा, जिसने आगरा के ताजमहल को पीछे छोड़ते हुए राज्य का सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल बनने का गौरव हासिल किया.
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के अनुसार, अयोध्या ने इस अवधि में 13.55 करोड़ देशी पर्यटक और 3,153 विदेशी पर्यटकों का स्वागत किया. राम मंदिर के उद्घाटन को इस उछाल का सबसे बड़ा कारण माना जा रहा है. वहीं, आगरा ने 12.51 मिलियन पर्यटकों को आकर्षित किया, जिनमें 11.59 करोड़ घरेलू और 9.24 लाख विदेशी पर्यटक शामिल हैं.
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने राज्य की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले साल उत्तर प्रदेश ने 480 मिलियन पर्यटकों का स्वागत किया था, जिसे इस साल सिर्फ नौ महीनों में लगभग छू लिया गया है." विशेषज्ञों का मानना है कि धार्मिक पर्यटन के प्रति लोगों का झुकाव इस वृद्धि का मुख्य कारण है.
वरिष्ठ यात्रा योजनाकार मोहन शर्मा ने अयोध्या को 'भारत में आध्यात्मिक पर्यटन का केंद्र' बताते हुए कहा कि धार्मिक पर्यटन बुकिंग में 70 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है. इसके अलावा, अन्य आध्यात्मिक स्थलों पर भी पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है. वाराणसी ने 62 मिलियन घरेलू और 184,000 विदेशी पर्यटकों का स्वागत किया. मथुरा ने 68 मिलियन पर्यटकों को आकर्षित किया, जबकि प्रयागराज में 48 मिलियन और मिर्जापुर में 11.8 मिलियन पर्यटक पहुंचे.
जहां एक तरफ अयोध्या ने घरेलू पर्यटकों का ध्यान खींचा है, वहीं ताजमहल अभी भी विदेशी पर्यटकों का पसंदीदा बना हुआ है. हालांकि, आगरा में घरेलू पर्यटकों की संख्या में गिरावट देखी गई.
उत्तर प्रदेश सरकार ने बुनियादी ढांचे में बड़े बदलाव किए हैं, जिसमें प्रीमियम आवास, गाइडेड टूर, और बेहतर परिवहन सुविधाएं शामिल हैं. राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा जैसे कार्यक्रमों ने रिकॉर्ड तोड़ भीड़ खींची है. आने वाले महीनों में यह संख्या और बढ़ने की उम्मीद है.
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