Advertisement
trendingPhotos1960461
photoDetails1hindi

सुब्रत रॉय की मौत के साथ सहारा न‍िवेशकों पर संकट? 25000 करोड़ को लेकर हो रही चर्चा

Sahara Investors Money: सहारा ग्रुप के प्रमुख सुब्रत रॉय की मौत के साथ ही सेबी के अकाउंट में पड़े 25,000 करोड़ रुपये से ज्‍यादा फ‍िर से चर्चा का व‍िषय बन गए हैं. रॉय को अपने ग्रुप की कंपनियों के बारे में कई विनियामक और कानूनी लड़ाइयों का सामना करना पड़ा. इसमें पोंजी स्‍कीम के न‍ियमों को भी दरकिनार करने का आरोप लगा था. उनके ग्रुप की तरफ से हमेशा इन आरोपों का खंडन क‍िया गया. सेबी ने 2011 में सहारा ग्रुप की दो कंपन‍ियों को 3 करोड़ निवेशकों से जुटाए गए पैसे को वापस करने का आदेश दिया था.

1/5

सेबी की तरफ से द‍िए आदेश में कहा गया था क‍ि दोनों कंपनियों ने नियमों का उल्लंघन करके धन इकट्ठा क‍िया था. लंबी कानूनी लड़ाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने 31 अगस्त 2012 को सेबी के आदेश को बरकरार रखा. इसके साथ ही दोनों कंपनियों को निवेशकों से इकट्ठा क‍िये गए पैसे को 15 परसेंट ब्याज के साथ वापस करने को कहा था.

2/5

इसके बाद सहारा को निवेशकों को पैसा वापस करने के लिए सेबी के पास करीब 24,000 करोड़ रुपये जमा करने के ल‍िए कहा गया. हालांकि ग्रुप की तरफ से लगातार यही कहा जाता रहा क‍ि पहले ही 95 परसेंट से ज्‍यादा निवेशकों को भुगतान कर दिया गया है. पूंजी बाजार नियामक की नई रिपोर्ट के अनुसार, सेबी ने सहारा ग्रुप की दो कंपनियों के निवेशकों को 11 साल में 138.07 करोड़ रुपये वापस किए.

3/5

इस बीच पुनर्भुगतान के लिए विशेष रूप से खोले गए बैंक खातों में जमा राशि बढ़कर 25,000 करोड़ से ज्‍यादा हो गई है. सहारा की दो कंपनियों के अधिकतर बॉन्‍डधारकों ने इसको लेकर कोई दावा नहीं किया. कुल राशि पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 में करीब 7 लाख रुपये बढ़ गई. सेबी-सहारा पुनर्भुगतान खातों में इस दौरान शेष राशि 1,087 करोड़ रुपये बढ़ गई.

4/5

सालाना रिपोर्ट के अनुसार, सेबी को 31 मार्च, 2023 तक 53,687 अकाउंट से जुड़े 19,650 आवेदन म‍िले. इनमें से '48,326 खातों से जुड़े 17,526 आवेदनों के लिए 138.07 करोड़ रुपये की कुल राशि लौटाई गई, ज‍िसमें 67.98 करोड़ रुपये का ब्याज भी शामिल है.’

5/5

बाकी के आवेदन सहारा ग्रुप की दोनों कंपनियों की तरफ से उपलब्ध कराई जानकारी के जरिये उनका कोई पता नहीं लग पाने के कारण बंद कर दिए गए. सेबी की तरफ से आख‍िरी रूप अपडेटेड जानकारी में 31 मार्च 2022 तक 17,526 आवेदनों से संबंधित कुल राशि 138 करोड़ रुपये बताई थी. सेबी ने कहा कि 31 मार्च 2023 तक नेशनलाइज्‍ड बैंकों में जमा पैसा करीब 25,163 करोड़ रुपये है.

 

ट्रेन्डिंग फोटोज़