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DM की सिफारिश पर एक्सईएन सस्पेंड, कौन हैं IAS नेहा प्रकाश?

पटना की एक लड़की नेहा प्रकाश ने 2011 में संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सिविल सेवा परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 22 हासिल करके नाम रोशन किया था.

स्मार्ट स्ट्रेटजी

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स्मार्ट स्ट्रेटजी

नेहा प्रकाश सिविल सेवा के कैंडिडेट्स के लिए एक मोटिवेशन बन गई हैं क्योंकि उन्होंने कोई कोचिंग नहीं ली. वह उन्हें सलाह देती हैं, "सबसे पहले, उन्हें यह धारणा छोड़ देनी चाहिए कि सिविल सेवा परीक्षा पास करना बहुत कठिन है, बजाय इसके कि उन्हें अपनी क्षमताओं पर पूरा भरोसा रखना चाहिए." वह यह भी कहती हैं कि स्मार्ट स्ट्रेटजी और उसे व्यवहार में लाना मायने रखता है.

कृषि मंत्रालय में थे पापा

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कृषि मंत्रालय में थे पापा

जब नेहा ने UPSC क्रैक किया था तब उनके पिता जय प्रकाश केंद्रीय कृषि मंत्रालय में काम करते थे और बिहार में तैनात हैं, और मां प्रीति प्रकाश एक हाउस वाइफ हैं. नेहा प्रकाश की शादी 2009 बैच के पश्चिम बंगाल कैडर के आईएएस वैभव श्रीवास्तव से हुई.

एजुकेशनल बैकग्राउंड

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एजुकेशनल बैकग्राउंड

नेहा ने अपनी उच्च और माध्यमिक स्कूली शिक्षा नोट्रे डेम, पटना से पूरी की. उन्होंने बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मेसरा से कंप्यूटर साइंस में बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की. उन्होंने आईआईएम-लखनऊ से मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएट  डिप्लोमा पूरा किया. यूपीएससी परीक्षा पास करने से पहले वह डेलॉइट कंसल्टिंग में काम कर रही थीं.

क्यों लिया UPSC का फैसला

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क्यों लिया UPSC का फैसला

उन्होंने कहा, "एक मल्टिनेशनल कॉर्पोरेशन के साथ काम करना और एक विदेशी कॉर्पोरेशन के लिए मुनाफा कमाना उन्हें अपने देश के लोगों के लिए काम करने का अवसर नहीं देता है, जो कि सिविल सेवाएं करती हैं. इसलिए उन्होंने इसमें जाने का फैसला किया.

ऑप्शनल पेपर

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ऑप्शनल पेपर

नेहा प्रकाश ने अपने ऑप्शनल पेपर के रूप में सोशियोलॉजी और मैनेजमेंट को चुना. उन्होंने समाजशास्त्र चुना क्योंकि यह उनकी पसंद थी और मैनेजमेंट उनका अपना विषय था क्योंकि उन्होंने एमबीए किया था. ऑप्शनल सब्जेक्ट को चुनने के लिए हर उम्मीदवार की अपनी पसंद और क्षमता होनी चाहिए. अच्छे मार्क्स लाने के लिए किसी सब्जेक्ट में रुचि और उसका अनुभव ही एकमात्र मार्गदर्शक कारक होना चाहिए.

अटेंप्ट्स

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अटेंप्ट्स

नेहा का यह पहला अटेंप्ट था और वह अपनी तैयारी को लेकर पूरी तरह आश्वस्त थीं. उन्होंने 29 साल की उम्र में इसे क्वालिफाई किया और अपनी उपलब्धि पर खुशी जताई.

सफलता की रणनीति

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सफलता की रणनीति

टाइम मैनेजमेंट सक्सेस के प्रमुख कारकों में से एक है और सबसे अच्छा टाइम मैनेजमेंट हर मिनट के बजाय हर सेकंड का उपयोग करना है. उन्होंने अपनी सफलता का क्रेडिट अपने माता-पिता को दिया जो हमेशा उनके साथ थे.

क्यों आईं चर्चा में

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क्यों आईं चर्चा में

औरैया में तैनात लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता अभिषेक यादव को शासन ने निलंबित कर दिया है. यह कार्रवाई औरैया की जिलाधिकारी नेहा प्रकाश की शिकायत पर की गई है. अभिषेक यादव पर चुनावी ड्यूटी में लापरवाही करने का आरोप है. बता दें उन्होंने जिलाधिकारी पर आरोप लगाया था कि वह सरकारी भवन में स्वीमिंग पुल बनाने का दबाव बना रही हैं.

 

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