Superfood Pecan Benefits: टाइप 2 डायबिटीज वाले लोगों के लिए ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करना एक जारी रखने वाली और थका देने वाला काम है. विशेषज्ञों के अनुसार, डायबिटीज के मरीजों को अपने भोजन में फाइबर, प्रोटीन और हेल्दी फैट का खास ख्याल रखना चाहिए. यहां हम आपको एक ऐसे नट्स के बारे में बता रहे हैं, जिसमें ये तीनों होते हैं. ये काजू, किशमिश, बादाम या अखरोट नहीं है, बल्कि इसका नाम पेकान है. इसे भिदुरकाष्ठ भी कहा जाता है. जानिये ये डायबिटीज को कैसे कंट्रोल करता है.
विशेषज्ञों के अनुसार, पेकान का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है. इसका मतलब ये हुआ कि इसे खाने से ब्लड शुगर में वृद्धि नहीं होती है. यहां तक कि जिन लोगों को डायबिटीज है, उनका ब्लड शुगर भी इससे नहीं बढ़ता. यहां तक कि हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली चीजों के असर को भी पेकन संतुलित करता है.
पेकन में खूब सारा फाइबर होता है, जो ब्लड शुगर को स्टेबल रखने में मदद करता है. यह ब्लड में कार्बोहाइड्रेट के टूटने और रिलीज को धीमा करने में मदद करता है - जो तेजी से ब्लड शुगर बढ़ने से रोकता है.
पेकन में प्रोटीन होता है, जो टूटने के बाद एमिनो एसिड में बदल जाते हैं. इसकी वजह से खून में ब्लड शुगर का लेवल मेंटेन रहता है. एक आउंस पेकन में 2.5 g प्रोटीन होता है. यानी इसे खाने के बाद आपको दूसरे प्रोटीन रिच फूड पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं पडेगी.
अध्ययन के अनुसार हाई फाइबर और प्रोटीन से भरपूर होने के कारण पेकन इंफ्लेमेशन को कम करता है. पेकन मेटाबोलिज्म को बेहतर करता है और इससे वेट मैनेज करने में मददगार होता है. ये डायबिटीज मरीजों के लिए बहुत मददगार होता है. क्योंकि डायबिटीज में वजन बढने की आशंका ज्यादा रहती है.
एक दिन में एक आउंस यानी कि करीब 19 पेकन खा सकते हैं. पेकन में खूब सारा हेल्दी फैट होता है. इसलिए इसे ज्यादा खाने से पेट खराब हो सकता है. इसके अलावा गैस और पेट में ब्लोटिंग हो सकती है. आप पेकन को रोस्ट करके या कच्चा भी खा सकते हैं. आप इसे सिजलर में इस्तेमाल कर सकते हैं.
ट्रेन्डिंग फोटोज़