NASA CADRE Mission Rovers: नासा के मिनी ऑटोनॉमस रोवर्स की टेस्ट ड्राइव सफल रही. सूटकेस के साइज वाले ये रोवर्स अगले साल चांद पर जाएंगे. वहां चहलकदमी करते हुए ये चांद की सतह का मैप बनाएंगे. इन रोवर्स को Cooperative Autonomous Distributed Robotic Exploration यानी (CADRE) के तहत बनाया गया है. यह ऐसा मिशन है जिसके जरिए वैज्ञानिक यह दिखाने की कोशिश करेंगे कि बिना इंसान के कंट्रोल किए भी रोबोटिक स्पेसक्राफ्ट साथ काम कर सकते हैं. NASA ने सूटकेस जितने साइज वाले इन रोवर्स को जेट प्रपल्शन लैबोरेटरी (JPL) के मार्स यार्ड में दौड़ाया. इस यार्ड की सतह बेहद ऊबड़-खाबड़ है, काफी कुछ वैसी ही जैसी चांद की है. NASA की ओर से जारी बयान के मुताबिक, मिनी CADRE रोवर्स ने एक साथ चलकर दिखाया. रास्ते में आई रुकावटों पर उन्होंने अपना रास्ता बदल लिया. (Photos : NASA-JPL)
चांद पर जाने को तैयार इन रोवर्स में एनर्जी के लिए सोलर पैनल लगे हैं. कैमरों, सेंसर्स और जमीन भेदने वाले रडार से लैस ये रोवर चांद की सतह का 3D मैप तैयार करेंगे. मार्स यार्ड टेस्ट के बाद इन रोवर्स का वाइब्रेशन और थर्मल टेस्ट भी किया गया है, यह सुनिश्चित करने के लिए कि चांद तक के सफर में इनका हार्डवेयर बचा रहे.
इन रोवर्स की इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंटरफेरेंस और कम्पैटिबिलिटी टेस्टिंग भी हुई है. इस टेस्ट से यह पता चला कि रोवर के इलेक्ट्रॉनिक सब-सिस्टम एक-दूसरे के काम में टांग नहीं अड़ाते, न ही लैंडर के लिए रुकावट बनते हैं.
मार्च में NASA ने ऐलान किया था कि तीन CADRE रोवर्स की टेस्टिंग पूरी हो चुकी है. उन्हें जल्द ही Intuitive Machines के Nova-C लैंडर से इंटीग्रेट कर दिया जाएगा. Intuitive Machines इन्हें इसी साल के आखिर तक या अगले साल तक मिशन पर भेज देगी. ये रोवर चांद के रीनर गामा इलाके में उतरेंगे.
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