Colonel Sapna Rana: हिमाचल के छोटे से गांव से सेना की बुलंदी तक पहुंचने वाली कर्नल सपना राणा अब पहचान की मोहताज नहीं हैं. @thebetterindia ने अपनी "वुमन ऑफ इम्पैक्ट" सीरीज़ के तहत हाल ही में कर्नल सपना राणा की प्रेरणादायक सफर को अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम पेज पर शेयर किया है.
हिमाचल के छोटे से गांव से सेना की बुलंदी तक पहुंचने वाली कर्नल सपना राणा अब पहचान की मोहताज नहीं हैं. @thebetterindia ने अपनी "वुमन ऑफ इम्पैक्ट" सीरीज़ के तहत हाल ही में कर्नल सपना राणा की प्रेरणादायक सफर को अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम पेज पर शेयर किया है.
इस पोस्ट ने न केवल सेलिब्रिटीज़ बल्कि ऑनलाइन समुदायों को भी प्रभावित किया और प्रशंसा की लहर पैदा कर दी. भारतीय सेना की अधिकारी कर्नल सपना राणा ने हिमाचल प्रदेश के एक छोटे से गांव से सेना के उच्चतम पद तक अपनी अविश्वसनीय यात्रा के लिए मीडिया का ध्यान खींचा है.
हिमाचल के सोलन जिले के भवानीपुर में जन्मीं और पली-बढ़ी सपना आज लाखों महिलाओं के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं. पशुओं की देखभाल करने और पैसे बचाने के लिए कॉलेज तक आधे रास्ते पैदल चलने वाली कर्नल सपना राणा की कहानी दिल को छू लेती है.
उनके पिता राजेंद्र ठाकुर टीचर हैं और उनकी मां कृष्णा ठाकुर गृहिणी हैं. उन्होंने अपनी शिक्षा पूरी की और सोलन से ग्रेजुएशन किया. इसके बाद सर्विस सिलेक्शन बोर्ड पास करने के बाद कर्नल राणा ने 2003 में चेन्नई के ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी में दाखिला लिया और 2004 में भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के रूप में कमीशन प्राप्त किया.
वह वर्तमान में पूर्वोत्तर में एक आर्मी सर्विस कोर बटालियन की कमान संभाल रही हैं. सपना राणा हिमाचल प्रदेश की पहली महिला कमांडिंग अफसर हैं. उन्होंने खेल और शूटिंग में भी अपने प्रदर्शन का लोहा मनवाया है.
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