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मिलिए अलख पांडे से, एंट्रेस एग्‍जाम में फेल होने, कॉलेज छोड़ने से लेकर 10,000 करोड़ रुपये का साम्राज्य खड़ा करने तक

अलख पांडे, ज‍िसे आप फ‍िज‍िक्‍स वाला के नाम से जानते हैं, उन्‍होंने कॉलेज की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी. वो मेकेन‍िकल इंजीन‍ियर‍िंग कर रहे थे, लेक‍िन कोर्स के बीच से ही वो न‍िकल गए. फ‍िर क‍िस तरह उन्‍होंने इतना बड़ा साम्राज्‍य बना ल‍िया. आइये जानते हैं. 

छात्र से श‍िक्षक तक का सफर

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छात्र से श‍िक्षक तक का सफर

अलख पांडे का जन्म प्रयागराज, उत्तर प्रदेश में हुआ था, जहां उन्होंने छोटी उम्र से ही शिक्षाविदों, खासकर विज्ञान में गहरी रुचि दिखाई. आर्थिक रूप से संघर्षरत परिवार से आने वाले - उनके पिता एक ठेकेदार थे और उनकी मां एक शिक्षिका थीं. अलख पांडे उत्तर प्रदेश के कानपुर में हरकोर्ट बटलर टेक्निकल इंस्टीट्यूट (HBTI) से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक कर रहे थे. लेक‍िन पांडे ने भौतिकी पढ़ाने के अपने जुनून को आगे बढ़ाने के लिए इंजीनियरिंग के अपने तीसरे वर्ष को छोड़ दिया. उन्होंने आर्थिक तंगी के कारण कक्षा 8 में छात्रों को ट्यूशन देना शुरू किया. 

 

स्‍कूल से ही पढ़ाना शुरू क‍िया था

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स्‍कूल से ही पढ़ाना शुरू क‍िया था

उन्होंने स्कूल में रहते हुए ही छात्रों को पढ़ाना शुरू कर दिया. इस शुरुआती अनुभव ने बाद में उनके शिक्षण करियर को आकार दिया. भौतिकी के प्रति अपने जुनून से प्रेरित होकर, अलख ने इस विषय में डिग्री हासिल की. ​​हालांकि, यह केवल अवधारणाओं को सीखना नहीं था जिसने उन्हें आकर्षित किया; वह ब्रह्मांड के जटिल नियमों को पूरी तरह से समझना और समझाना चाहते थे. शिक्षण के प्रति इस जिज्ञासा और समर्पण ने भारत के सबसे बड़े शैक्षिक प्लेटफार्मों में से एक बनने का मार्ग प्रशस्त किया. 

 

कैसे हुआ फिजिक्स वाला का जन्‍म

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कैसे हुआ फिजिक्स वाला का जन्‍म

साल 2012 में, अलख ने ज्‍यादा से ज्‍यादा छात्रों तक पहुंचने के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने का फैसला किया. साल 2016 में फिजिक्स वाला यूट्यूब चैनल लॉन्च किया. उनका उद्देश्य फिजिक्स को सरल बनाना था, खासतौर पर संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए. अलख को जो चीज अलग बनाती थी, वह थी उनकी अनूठी शिक्षण शैली. उन्होंने जटिल विषयों को समझना आसान बना दिया. इसकी वजह से फिजिक्स वाला ने छात्रों के बीच तेजी से लोकप्रियता हासिल की. 

 

पहली बड़ी सफलता

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पहली बड़ी सफलता

अलख को साल 2018 में बड़ी सफलता तब मिली जब उन्होंने फ‍िज‍िक्स वाला ऐप लॉन्च किया. कुछ ही दिनों में, इसके 35,000 यूजर्स हो गए, जिसने प्लेटफॉर्म के लिए एक नए युग की शुरुआत की. साल 2020 में COVID-19 महामारी ने प्लेटफॉर्म को बढाने में मदद की क्योंकि छात्रों ने ऑनलाइन पढाई का रुख क‍िया. 

 

यूनिकॉर्न स्टेटस

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यूनिकॉर्न स्टेटस

अगस्त 2022 में, फिजिक्स वाला ने यूनिकॉर्न स्टेटस हासिल किया, जिसकी कीमत 1.1 बिलियन डॉलर थी. सितंबर 2024 तक, कंपनी ने 210 मिलियन डॉलर और जुटाए, जिससे इसका मूल्यांकन 2.8 बिलियन डॉलर हो गया. आज, फिजिक्स वाला सिर्फ एक YouTube चैनल या ऐप से कहीं बढ़कर है. यह 105 शहरों में 61 चैनलों और 180 ऑफलाइन केंद्रों पर 31 मिलियन से ज्‍यादा सब्सक्राइबर के साथ एक पूर्ण शैक्षणिक पारिस्थितिकी तंत्र में बदल गया है.  

 

अलख पांडे का नेट वर्थ

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अलख पांडे का नेट वर्थ

बिजनेसव्यू के अनुसार, अलख पांडे की कुल संपत्ति 4,500 करोड़ रुपये (लगभग 240 मिलियन डॉलर) आंकी गई है.  

 

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