Indian Railway: मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में रेलवे ने ताबड़तोड़ काम करना शुरू कर दिया है. रेलवे जल्द ही दो नई ट्रेनें शुरू करने जा रहा है. रेलवे ने स्लीपर वंदे भारत एक्सप्रेस, वंदे मेट्रो को लेकर नया अपडेट दिया है. जल्द ही पटरी पर वंदे भारत स्लीपर और वंदे भारत मेट्रो रेल दौड़ने वाली है. वंदे भारत को लंबी दूरी के सफर के लिए चलाने के लिए रेलवे जल्द इसे स्लीपरे कोच के साथ शुरू करने जा रहा है. इसके साथ ही कम दूरी वाली शहरों के बीच इंटरसिटी ट्रेन के तौर पर वंदे मेट्रो चलने वाली है.
रेलवे ने स्लीपर वंदे भारत एक्सप्रेस और वंदे मेट्रो ट्रेनों की शुरुआत करने जा रहा है. ट्रेनें पूरी तरह से तैयार हो चुकी है. उनकी पहली तस्वीरें भी सामने आ चुकी हैं. तस्वीरों में आपको साफ दिख रहा है कि यह ट्रेन यात्रियों को फ्लाइट वाली फीलिंग आने वाली है. रेलवे के मुताबिक जल्द ही इन ट्रेनों का ट्रायल शुरू कर उन्हें यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा .
वंदे भारत स्लीपर लग्जरी ट्रेन पटरियों पर उतारने के लिए तैयार है. ट्रेन पूरी तरह से तैयार है, बस इंतजार है तो रेलवे की ओर से हरी झंडी मिलने की. इस ट्रेन में यात्रियों को फ्लाइट जैसी सुविधाएं मिलेंगी. माना जा रहा है कि रेलवे इसे अगस्त महीने में शुरू कर सकता है. ट्रेन की खासियत की बात करें तो इसकी मैक्सिमम स्पीड 220 किलोमीटर प्रति घंटे होगी. जबकि 140 किलोमीटर स्टार्टिंग स्पीड होगी.
लंबी दूरी के सफर के लिए वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को खास तरह से तैयार किया गया है. लोग के सफर को आरामदायक बनाने के लिए इसके कोच डिजाइन किए गए हैं. वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का निर्माण अंतरराष्ट्रीय मानकों पर किया गया है. वंदे भारत ट्रेन के मुकाबले वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के अगले हिस्से का आकार चील की तरह रखा गया है. ट्रेन में 16 बोगियां होंगी.
ट्रेन में तीन तरह के कोच लगाए जाएंगे. फर्स्ट क्लास एसी, सेकंड क्लास एसी और थर्ड क्लास एसी वाले कोच होंगे, जिसमें तमाम सुविधाएं होंगी. वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में एक बार में अधिकतम 823 यात्री सफर कर सकेंगे. जिसमें से 611 पैसेंजर थर्ड एसी कोच में, 188 पैसेंजर सेकेंड एसी कोच में और 24 यात्री फर्स्ट एसी कोच में सफर कर सकेंगे. कंफर्टेबल सीट, सेंसर लाइटें, मिडिल और अपर बर्थ पर चढ़ने के लिए सीढ़ियों की सुविधा यात्रियों को मिलेगी. सभी लाइट सेंसर युक्त होंगी. ट्रेन में बायो टॉयलेट सिस्टम लगाया गया है. वहीं फर्स्ट क्लास एसी कोच में टॉयलेट में स्नान के लिए शॉवर की भी फैसिलिटी मिलेगी.
रेलवे के सूत्रों के मुताबिक वंदे भारत स्लीपर ट्रेन गोरखपुर और दिल्ली के बीच दौड़ सकती है. ये ट्रेन यूपी के 9 शहरों को जोड़ते हुए चलेगी.
दो शहरों के बीच चलने वाली इंटरसिटी ट्रेन वंदे मेट्रो की औसत स्पीड करीब 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रहेगी. वंदे भारत से प्रेरित वंदे मेट्रो कम दूरी वाले दो शहरों के सफर को आरामदायक बनाएगी. इस ट्रेन को भी उसी तरह से डिजाइन किया गया है. इससे उन लोगों के सफर आसान हो जाएगा, जो काम के लिए रोजाना दूसरे शहर जाते हैं. आधुनिक फीचर्स से लैस वंदे मेट्रो ट्रेन जल्द ही पटरी पर दौड़ने वाली है. पूरी ट्रेन एयर कंडीशंड है तो इसमें सफर करने से पैसेंजर्स को थकान का अनुभव भी नहीं होगा.
पहली वंदे मेट्रो में 12 कोच लगाए गए हैं. एक दूसरे से जुड़े कपार्टमेंट, हर डिब्बे में सीसीटीवी कैमरे, इमरजेंसी टॉक बैक यूनिट, आधुनिक शौचालय और ऑटोमेटिक डोर जैसी सुविधाएं हैं. ट्रेन में पैनोरामिक विंडो और मॉडर्न टॉयलेट लगाए गए हैं. टॉयलेट में इंटरनेशनल स्टेंडर्ड के सामानों का उपयोग किया गया है. वहीं कोच में आरामदायक कुर्सियों के साथ-साथ यात्रियों को सूचना देने के लिए एलसीडी डिस्प्ले लगाए गए हैं. ट्रेन को टक्कर से बचाने के लिए कवच सिस्टम भी लगाए गए हैं.
वंदे मेट्रो में अलग से इंजन की जरूरत नहीं होगी. इनकी बोगियों में ही इंजन लगा होगा. हर बोगी में 100 यात्रियों के बैठने के लिए सीटें लगी होंगी. बाकी लोग खड़े होकर भी सफर कर सकते हैं. इसके अलावा खड़े होकर यात्रा करने के लिए भी अलग से बोगियां लगाई जाएंगी, जिसमें 200 यात्री समा जाएंगे.
सूत्रों की माने तो रेलवे वंदे मेट्रो ट्रेनों को देश के 124 शहरों में चलाने की तैयारी कर रहा है. लखनऊ-कानपुर, आगरा-मथुरा, दिल्ली-मथुरा, भुवनेश्वर-बालासोर और तिरुपति-चेन्नई जैसे शहरों में ये ट्रेन चलाई जाएगी.
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