Utpanna Ekadashi 2023: शास्त्रों में एकादशी व्रत को सर्वश्रेष्ठ व्रतों में से एक बताया गया है. हर महीने के दोनों पक्षों में एकादशी व्रत रखा जाता है. इस प्रकार साल भर में कुल 24 एकादशी व्रत रखे जाते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि इसकी शुरुआत कब से हुई थी अगर नहीं तो लिए हम बताते हैं.....
पुराण के अनुसार एकादशी व्रत की शुरुआत उत्पन्ना एकादशी से हुई थी जो मार्गशीर्ष महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को पड़ती है.
मान्यता है इसी दिन माता एकादशी सृष्टि के पालनहार श्री हरि के शरीर से उनकी शक्ति के अंश के रूप में प्रकट हुई और मुर नामक राक्षस का वध किया.
कहते हैं जो भी व्यक्ति एकादशी व्रत करता है उसे समस्त दुखों से मुक्ति मिलती है और हजारों अश्वमेध यज्ञ के बराबर फल प्राप्त होता है.
यदि आप भी इस उत्पन्ना एकादशी से एकादशी व्रत की शुरुआत करने जा रहे हैं तो आपको कुछ नियमों का विशेष ख्याल रखना चाहिए वरना आपका व्रत सफल हो जाएगा.
एकादशी व्रत के दिन घर में झाड़ू लगाने से बचना चाहिए. इससे चींटी जैसे सूक्ष्म जीवों की मृत्यु हो सकती है.
इस दिन चावल, लहसुन, प्याज, शराब और मांसाहारी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि एकादशी के दिन इन चीजों का सेवन करना वर्जित है.
इस दिन किसी भी वृक्ष के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए और न ही तुलसी में जल चढ़ाना चाहिए. ऐसा करने से माता लक्ष्मी रुष्ट हो सकती हैं.
इसके अलावा इस दिन किसी को भी कटु वचन नहीं बोलना चाहिए और क्रोध करने से बचना चाहिए.
ट्रेन्डिंग फोटोज़