India Canada tension: खालिस्तानियों के आगे कनाडा का सरेंडर होना कोई नई बात नहीं है. जबकि भारत नियमित अंतरात पर ट्रूडो सरकार को उनके खालिस्तान प्रेम के प्रति आगाह करता रहा है. कनाडा के खालिस्तान प्रेम की ताजा मिसाल, उसका खालिस्तानी आतंकी अर्श डल्ला (Arsh Dalla) को जमानत देना है. दरअसल कनाडा की एक अदालत ने कुथ दिन पहले गिरफ्तार खालिस्तानी आतंकी अर्श डल्ला को 30 हजार डॉलर के निजी मुचलके पर जमानत दी थी. अब इस मामले में अगली सुनवाई 24 फरवरी, 2025 को होगी . खालिस्तान टाइगर फोर्स की कमान संभाल रहे अर्श डल्ला को कुछ समय पहले ही कनाडा पुलिस ने गिरफ्तार किया था. पुलिस को उसके पास से कई हाईटेक हथियार भी मिले थे. सूत्रों के अनुसार अर्श डल्ला पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के सीधे संपर्क में रहा है.
भारत में अपराध करो, देश विरोधी काम करो, दूसरों के हाथ का खिलौना बनकर गद्दार बन जाओ और मौका मिलते ही कनाडा निकल लो. जरायम की दुनिया में फैले तमाम अपराधियों ने इसे अपनी जिंदगी का मकसद बना लिया है. भारत-कनाडा के बीच लंबे समय से जारी कूटनीतिक तनाव के बीच दुनिया जान चुकी है कि अगर पाकिस्तान आतंकवादियों की पनाहगाह और जन्नत है तो कनाडा भारत के गैंगरस्टर्स का सेफ हैवेन. कनाडा अब नया पाकिस्तान बन गया है. भारत के एक-दो नहीं आधा दर्जन से ज्यादा मोस्ट वॉन्टेड गैंगस्टर और आतंकी कनाडा में मजे कर रहे हैं. वहीं से ये मोस्ट वांटेड भारत विरोधी वारदातों को अंजाम देते हैं.
खालिस्तानियों की पनाहगाह बन चुके कनाडा से भारत विरोधी कई दुकानें चल रही हैं. कुथ लोग गैंगस्टर्स के जरिए अपना नाम चलाए रखना चाहते हैं.
पंजाब के जालंधर जिले के रहने वाले लखबीर लांडा पेशेवर अपराधी है. हत्या, अपहरण और अवैध हथियारों की तस्करी के कई केस दर्ज हैं. लांडा भी कनाडा से ही गैंग चला रहा है. इसे भारत में अक्सर जमानत पर रिहाई मिल जाती थी. लांडा ने कनाडा समेत कई देशों में गैंग फैला रखा है. लखबीर सिंह लांडा पंजाब के तरन तारन जिले का रहने वाला है. खुफिया जानकारियों के मुताबिक फिलहाल वो कनाडा के अल्बर्टा (एडमोंटन) में है. लांडा 2017 में कनाडा गया था. कनाडा जाकर उसने खालिस्तान समर्थक आतंकवादी संगठन बीकेआई से हाथ मिलाया. लखबीर सिंह लांडा के खिलाफ पहला मामला जुलाई 2011 में दर्ज किया गया था.
कनाडा में रहते हुए भारत में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने वाले गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के खिलाफ इसी साल की शुरुआत में मोदी सरकार ने एक्शन लेते हुए उसे गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (UAPA) के तहत आतंकवादी घोषित किया था. लॉरेंस बिश्नोई का राइट हैंड माने जाने वाले गोल्डी को सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस का मास्टरमाइंड माना जाता है. उसी के एक इशारे पर गैंग के गुर्गों ने सिंगर की हत्या की थी. बरार पंजाब के मुक्तसर का रहने वाला है. वो कई टारगेट किलिंग में शामिल है. गोल्ड बरार 2021 में भारत से भागकर कनाडा गया था और वहीं से जरायम की दुनिया का काला साम्राज्य चला रहा है.
गैंगस्टर चरणजीत सिंह उर्फ रिंकू बिहला पंजाब के बरनाला का रहने वाला है. चरणजीत सिंह को लेकर कुछ समय पहले मिले एक इनपुट के मुताबिक उसकी पिछली लोकेशन ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में मिली थी. जहां से वो एंटी इंडिया एजेंडा चलाता है. इस पर मर्डर, फिरौती के कई मुकदमें हैं. चरणजीत भी कभी हरदीप निज्जर का करीबी था. रिंकू का एक और मेन काम भारत के गैंगस्टर्स को कनाडा भगाने में मदद करना रहा है. पंजाब पुलिस ने इसके खिलाफ 2021 में लुक आउट नोटिस जारी किया था.
अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला भी पंजाब से जुड़ा है. मोस्ट वांटेड है. कनाडा में खालिस्तान टाइगर फोर्स से जुडा़ है. ये निज्जर का बेहद करीबी था. 2020 में वह अपने साथी की हत्या कर कनाडा भाग गया था. वहीं से पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के इशारे पर भारत में आतंकी मॉड्यूल चलाता है.
रमनदीप सिंह उर्फ रमन जज का कनेक्शन कुख्यात जयपाल भुल्लर गैंग से है. रमनदीप सिंह, जेल में बंद गैंगस्टर गगन जज का भाई है.. रमनदीप कनाडा में बैठकर भारत के अंदर टारगेट किलिंग करवाता है.
ट्रेन्डिंग फोटोज़