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दिमाग को सुन्न कर सकती है ये खतरनाक साइकोलॉजिकल फिल्म, तीन किरदार और तीनों झूठे...क्लाइमेक्स ऐसा सुखा देगा गला; उड़ेगी रातों की नींद

Best Psychological Thriller Film: कई फिल्में ऐसी होती हैं जो थिएटर में रिलीज होती हैं लेकिन उन्हें उतना अच्छा रिस्पांस नहीं मिलता जितना ओटीटी पर मिलता है. आज हम आपको एक ऐसी दिमाग घुमा देने वाली साइकोलॉजिक थ्रिलर फिल्म के बारे में बताएंगे जिसे देखने के बाद हलक से पानी उतरना मुश्किल हो जाएगा. इस कहानी में सिर्फ तीन किरदार हैं और तीनों ही झूठे हैं. लेकिन जब ये तीनों किरदार आपस में टकराते हैं तो फिल्म की कहानी के ट्विस्ट और टर्न्स नसों को फाड़कर रख देंगे.

कौन सी है फिल्म?

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कौन सी है फिल्म?

इस फिल्म को अगर आपने एक बार देख लिया तो इसे भूलना मुश्किल है. फिल्म की कहानी और इसके किरदार ऐसे गड़े गए हैं कि वो आपके दिमाग को चकरा देंगे. तो चलिए आपको इस साइकोलॉजिकल थ्रिलर फिल्म के बारे में बताते हैं. साथ ही ये भी बताते हैं कि इसे आप कहां पर देख सकते हैं.

 

ये है वो खतरनाक फिल्म

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ये है वो खतरनाक फिल्म

इस साइकोलॉजिकल फिल्म का नाम 'धोखा: राउंड द कॉर्नर' है. इसमें आर माधवन, खुशहाली कुमार और अपारशक्ति खुराना है. इन तीनों ने फिल्म में इतना दमदार रोल निभाया है कि आखिर तक आप ये पता नहीं लगा पाएंगे कि आखिर साजिश इन तीनों में से कौन और किसके खिलाफ रच रहा है. इस फिल्म का निर्देशन कूकी गुलाटी ने किया है और प्रोड्यूस भूषण कुमार, किशन कुमार ने किया है. 

 

तीनों किरदार हैं झूठे

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तीनों किरदार हैं झूठे

इस फिल्म में आर माधवन और खुशहाली कुमार ने यथार्थ और सांची का रोल प्ले किया है. एक दिन यथार्थ अपने काम से घर लौटता है और उसे पता चलता है कि उसके घर पर गुल नाम का खतरनाक आतंकी घुस गया है. ये आतंकी घर में घुसकर खुशहाली को बंधक बना लेता है.

 

पति-पत्नी और आतंकी गुल

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पति-पत्नी और आतंकी गुल

जैसे ही इस आंतकी के घर में घुसने के बारे में यथार्थ को पता चलता है तो वो परेशान हो जाता है. यथार्थ पुलिस को बताता है कि उसकी बीवी मानसिक रोगी है और वो पर्सनैलिटी डिसऑर्डर का शिकार है. इस कहानी के बीच जो ट्विस्ट और टर्न्स आते हैं वो आपके दिमाग को सुन्न कर देंगे.

 

जबरदस्त है क्लाइमैक्स

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जबरदस्त है क्लाइमैक्स

फिल्म में खुशहाली आतंकी को अपने पति की कहानी सुनाती है तो वहीं पति पुलिस को मानसिक रोगी बताता है. जबकि आतंकी बंधक बनाई गई खुशहाली को अपने बारे में कुछ और ही कहानी बताता है. इन तीनों की कहानी एक दूसरे से भले ही अलग है लेकिन सच क्या है वो आपको आखिर में समझ आएगा.

 

नहीं छोड़ पाएंगे सीट

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नहीं छोड़ पाएंगे सीट

इस वेब सीरीज का एक-एक सीन ऐसा है जिसे देखने के बाद आप एक पल के लिए भी सीट से उठ नहीं पाएंगे. ये ना केवल आपके दिमाग को सन्न कर देगी बल्कि आप आखिर तक इसी सोच में डूबे रहेंगे कि आखिर कौन सच बोल रहा है और कौन झूठ. लेकिन बाद में जो क्लाइमेक्स आएगा वो आपकी सोच से भी ऊपर होगा. इसे आप ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं.

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