फेक चीनी डॉक्टर ने ब्रेस्ट कैंसर की मरीज को दिया विचित्र ‘सीमेंट ट्रीटमेंट’, नहीं बची जान
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फेक चीनी डॉक्टर ने ब्रेस्ट कैंसर की मरीज को दिया विचित्र ‘सीमेंट ट्रीटमेंट’, नहीं बची जान

China News: अप्रैल में, मरीज की हालत बिगड़ गई और स्थानीय डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि कैंसर कोशिकाएं उनके शरीर में फैल गई हैं. लेकिन फर्जी डॉक्टर ने जोर देकर कहा कि यह सामान्य बात है और उन्हें चिंता करने की जरुरत नहीं

फेक चीनी डॉक्टर ने ब्रेस्ट कैंसर की मरीज को दिया विचित्र ‘सीमेंट ट्रीटमेंट’, नहीं बची जान

World News in Hindi: चीन में एक स्व-घोषित 'ट्यूमर रिसर्च इंस्टीट्यूट' की जांच चल रही है. दरअसल एक महिला ने आरोप लगाया है कि इंस्टीट्यूट ने उसकी कैंसर पीड़ित मां के इलाज के नाम पर उसके साथ धोखा किया और अजीबो-गरीब 'सीमेंट्र ट्रीटमेंट' दिया. महिला का आरोप है कि इलाज में करीब 200,000 युआन (लगभग 22.76 लाख रुपये) खर्च आया. 

साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट (SCMP ) के अनुसार, वांग सरनेम वाली महिला को 2021 के अंत में पता चला कि उसकी मां को अंतिम चरण के स्तन कैंसर है.  बीमारी पता चलने के कुछ समय बाद दोनों महिलाओं को वुहान में एक पारंपरिक चीनी चिकित्सा डॉक्टर के बारे में पता जला जिसे कैंसर के इलाज का एक्सपर्ट बताया जाता था.

दोनों महिलाएं यू नाम के उस शख्स से मिलने उसके डोंगयुसानबाओ ट्यूमर रिसर्च इंस्टीट्यूट में गई. यू ने उन्हें बताया कि उसने एक ऐसी दवा का आविष्कार किया है जो कैंसर कोशिकाओं को मार सकती है.

वांग के अनुसार, यू ने अपने कैंसर के इलाज के लिए विश्वसनीय पेटेंट दस्तावेज़ और प्रतिष्ठित पुरस्कार प्रमाण पत्र दिखाते हुए, उन्हें समझाने के काफी प्रयास किए.

वांग की मां ने इलाज के लिए भरी हामी
यू की बातें सुन आशा से भरी, वांग की मां ने तुरंत 20,000 युआन (यूएस $2,700) की कीमत पर यू से लिक्विड दवा का पहला बैच खरीदा, जिसके बारे में उन्होंने आश्वासन दिया कि यह एक सरल ओरल उपचार था.

वांग ने कहा कि एक वर्ष के दौरान उन्होंने और उनकी मां ने पूर्वोत्तर लियाओनिंग प्रांत में अपने घर से छह बार वुहान के लिए उड़ान भरीं. इस यात्रा में गंभीर वित्तीय क्षति हुई, कुल खर्च 200,000 युआन से अधिक हो गया.

स्तनों में लगाए दर्जनों इंजेक्शन
रिपोर्ट के मुताबिक, वांग ने कहा, बुजुर्ग महिला को ओरल दवा देने के अलावा, यू ने उसके स्तनों में दर्जनों इंजेक्शन भी लगाए ताकि उसका खून बह सके. यू ने महिला को यह भी कहा कि वह अपनी बगल  के नीचे सीमेंट और चूने का मिश्रण लगाए क्योंकि ऐसा करने से कैंसर की गांठों को सिकुड़ने में मदद मिलेगी.

वांग ने कहा, 'उसने मेरी मां को अपनी बगल के नीचे की स्किन पर नींबू के साथ सीमेंट मिलाकर लगाने के लिए कहा, उसका कहना था कि इससे गांठों को कम करने में मदद मिल सकती है. मेरी मां ने उनके निर्देशों का पालन किया लेकिन दो महीने तक ऐसा करने के बाद उनकी त्वचा झुलस गई.'

जून में वांग की मां की मौत हो गई
इस साल अप्रैल में, वांग की मां की हालत बिगड़ गई और स्थानीय डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि कैंसर कोशिकाएं उनके शरीर में फैल गई हैं. लेकिन यू ने जोर देकर कहा कि यह सामान्य बात है और उन्हें चिंता न करने के लिए भी कहा. यू ने महिला को अपनी दवा पीना जारी रखने के लिए भी मना लिया. हालांकि, अंततः जून में वांग की मां की मृत्यु हो गई.

SCMP के अनुसार, यू ने बाद में कबूल किया कि न तो उसके पास और न ही उसके संस्थान के पास कोई चिकित्सा योग्यता है. यू ने कहा, 'मैं मेडिसिन प्रैक्टिस  नहीं कर रहा हूं. मैंने उन्हें सिर्फ स्वास्थ्य बढ़ाने वाले प्रॉडक्ट बेचे हैं. रक्तपात की मेरी पद्धति का उद्देश्य अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है, यह एक्यूपंक्चर नहीं है.' उसने यह भी कबूल किया कि जो प्रमाणपत्र और दस्तावेज उसने दोनों महिलाओं को दिखाए थे, वे वास्तव में कुछ हजार युआन में ऑनलाइन खरीदे गए थे. अधिकारी अब  इस विचित्र मामले की जांच कर रहे हैं.

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