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China War Practice: चीन ने अपनी 'राष्ट्रीय संप्रभुता की रक्षा' के लिए सोमवार को ताइवान के आसपास पुन: व्यापक सैन्य अभ्यास किया. चीन ने यह अभ्यास ऐसे समय किया है, जब अमेरिकी कांग्रेस का एक नया प्रतिनिधिमंडल ताइवान के दौरे पर है. इस प्रतिनिधिमंडल की यात्रा से पहले प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी ताइवान की यात्रा पर आई थीं.
ताइवान दौर पर US प्रतिनिधिमंडल
इससे आक्रोशित चीन ने कई दिन तक ताइवान के आसपास के इलाके में सैन्य अभ्यास किया था, जिससे स्वशासित द्वीप पर चीन के हमले की आशंका पैदा हुई थी. मैसाचुसेट्स से डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद एड मार्के की अगुवाई में अमेरिकी कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल रविवार को दो दिवसीय यात्रा पर ताइपे पहुंचा. मार्के के एक प्रवक्ता ने कहा कि पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ताइवान के लिए अमेरिका के समर्थन की पुन: पुष्टि करता है और यह ‘ताइवान जलडमरूमध्य में शांति तथा स्थिरता को बढ़ावा देगा.’
चीन एक और बार करेगा सैन्य अभ्यास
प्रतिनिधिमंडल में डेमोक्रेटिक पार्टी के सदस्य जॉन गारमेंडी, एलन लोवेंथल और डॉन बेयर तथा रिपब्लिकन पार्टी के सदस्य औमुआ अमाता कोलमैन राडेवेगन शामिल हैं. अमेरिका के एक अन्य प्रतिनिधिमंडल के आने पर चीन ने सोमवार को एक और दौर के सैन्य अभ्यास की घोषणा की. चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के पूर्वी थिएटर कमान के प्रवक्ता कर्नल शी यी ने कहा कि उनकी कमान ने सोमवार को ताइवान द्वीप के आस-पास जलक्षेत्र और हवाई क्षेत्र में संयुक्त लड़ाकू तैयारी सुरक्षा गश्त और लड़ाकू प्रशिक्षण अभ्यास शुरू किया है.
अब चीन दे रहा धमकियां
पीएलए की एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि शी के अनुसार यह अमेरिका और ताइवान के अधिकारियों के लिए एक गंभीर चेतावनी है, जिन्होंने बार-बार राजनीतिक चालें चलीं और ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता को कम किया. इसमें कहा गया कि सेना की कमान चीन की राष्ट्रीय संप्रभुता तथा शांति के लिए और ताइवान जलडमरूमध्य में स्थिरता के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगी तथा चीन की राष्ट्रीय संप्रभुता और ताइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता की रक्षा के लिए सभी आवश्यक उपाय करेगी.
ताइवान ने की निंदा
ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने क्षेत्र की शांति और सुरक्षा को खतरे में डालने के लिए चीनी सेना की निंदा की. इस बीच, अमेरिकी कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग वेन से मुलाकात की. इस मुलाकात पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने पत्रकार वार्ता में कहा कि यह 'एक चीन' की नीति का घोर उल्लंघन है. उन्होंने कहा कि यह चीन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का भी उल्लंघन करता है.
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