Pakistan: विदेश मंत्रालय में बड़ा फेरबदल, नवाज शरीफ के 14 करीबी अधिकारियों को विदेश से बुलाया; क्या फिक्स है इलेक्शन?
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Pakistan: विदेश मंत्रालय में बड़ा फेरबदल, नवाज शरीफ के 14 करीबी अधिकारियों को विदेश से बुलाया; क्या फिक्स है इलेक्शन?

 पाकिस्तान (Pakistan) अनवारुल हक काकर (Anwaar-ul-Haq Kakar) को केयरटेकर प्रधानमंत्री बनाकर भले ही दुनिया को यह समझाने में लगा है कि उसके यहां होने वाले नेशनल असेंबली के चुनाव बिल्कुल निष्पक्ष होने वाले हैं. लेकिन हकीकत ठीक इसके उलट है.

Pakistan: विदेश मंत्रालय में बड़ा फेरबदल, नवाज शरीफ के 14 करीबी अधिकारियों को विदेश से बुलाया; क्या फिक्स है इलेक्शन?

Nawaz Sharif Returns Paksitan Election: पाकिस्तान (Pakistan) अनवारुल हक काकर (Anwaar-ul-Haq Kakar) को केयरटेकर प्रधानमंत्री बनाकर भले ही दुनिया को यह समझाने में लगा है कि उसके यहां होने वाले नेशनल असेंबली के चुनाव बिल्कुल निष्पक्ष होने वाले हैं. लेकिन हकीकत ठीक इसके उलट है. इस बीच पाकिस्तान में दावा किया जा रहा है कि इस बार भी पाकिस्तान में होने जा रहे चुनाव फिक्स हैं. दरअसल पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने नेशनल असेंबली (National Assembly) भंग किये जाने के चंद दिनों के भीतर विदेश में तैनात 14 राजदूतों (Ambassadors) को वापस बुलाकर इस्लामाबाद स्थित विदेश मंत्रालय के दफ्तर में रिपोर्ट करने को कहा है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक ये सभी डिप्लोमैट्स (Diplomats) नवाज़ शरीफ (Nawaz Sharif) के करीबी बताए जा रहे हैं.

पाकिस्तान में चुनाव फिक्स है!

पाकिस्तान के राजनीतिक घटनाक्रम पर नजर रखने वालों के मुताबिक शरीफ सरकार नेशनल असेंबली (National Assembly) के चुनावों से पहले पाकिस्तान में अहम पदों पर अपने करीबियों को तैनात कर रही है, जिससे चुनावों के बाद उन्हें सत्ता में वापसी करने में इन अहम पदों पर बैठे अधिकारियों का सहयोग मिल सके.

नवाज शरीफ के खास हैं ये अफसर

ज़ी मीडिया के पास मौजूद एक्सक्लूसिव जानकारी से खुलासा हुआ है कि इस हफ्ते 17 अगस्त को पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की तरफ से जिन 14 डिप्लोमैट्स को पाकिस्तान वापस लौटने को कहा गया है उनमें एडिशनल सेक्रेटरी से लेकर डायरेक्टर रैंक तक के अधिकारी है. नवाज़ शरीफ (Nawaz Sharif) के पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद पर रहने के दौरान इन सभी अधिकारियों ने उनके साथ काम किया हुआ है.

पीपीपी और बिलावल भुट्टो को किया इग्नोर

जानकारों के मुताबिक भले ही नेशनल असेंबली को भंग किये जाने के बाद विदेशों में तैनात अधिकारियों को पाकिस्तान लौटने का आदेश जारी किया गया हो लेकिन इसकी लिस्ट शहबाज शरीफ ने पहले से तैयार कर केयरटेकर प्रधानमंत्री को सौंपी और इसे लेकर उन्होंने बिलावल भुट्टो (Bilawal Bhutto) से भी राय नहीं ली.

इमरान खान को प्रधानमंत्री पद से हटाये जाने के बाद से ही पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ काफी सक्रिय हैं. पाकिस्तान में कयास लगाये जा रहे हैं कि आने वाले कुछ महीनों में नवाज़ शरीफ की पाकिस्तान में वापसी हो सकती है. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन (PML-N) के नेता नेता राणा सनाउल्लाह ने नवाज शरीफ के हवाले से दिये एक बयान में कहा है कि नवाज शरीफ को यकीन है कि पाकिस्तान में आम चुनाव अगले साल फरवरी में होंगे. नवाज शरीफ ने कहा उम्मीद है कि नई जनगणना के अनुसार चुनाव क्षेत्रों के परिसीमन का कार्य दिसंबर तक पूरा हो जाएगा.

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