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Triparna Chakraborty: कभी बोर्ड परीक्षा में सोई तो कभी जॉब इंटरव्यू में, अब सोकर बनाया ऐसा रिकॉर्ड; मिले इतने लाख रुपये

India’s First Sleep Champion: देश में ऐसे कई लोग हैं, जिन्हें अगर सोने का मौका दिया जाए तो दिन में 15 घंटे से ज्यादा सो सकते हैं. अगर सोने का कॉम्टिशन रख दिया जाए तो जीतने के लिए रेस लग जाएगी. कुछ ऐसा ही हुआ जब एक मैट्रेस कंपनी ने इंडियाज फर्स्ट स्लीप चैंपियनशिप (India’s First Sleep Champion) रखी. त्रिपर्णा नाम की एक लड़की इस चैंपियनशिप में विनर बनी.

 

सोने की वजह से परेशान रहता था परिवार

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सोने की वजह से परेशान रहता था परिवार

ऐसा कहा जाता है कि नींद उसका जुनून है और उसके सोने से पूरा परिवार परेशान रहता था. त्रिपर्णा अपने एग्जाम के दौरान भी सो गई थी. हुगली के श्रीरामपुर की रहने वाली त्रिपर्णा ने अपने सोने का ऐसा रिकॉर्ड बनाया कि हर कोई हैरान रह गया. त्रिपर्णा ने सोकर ही 6 लाख रुपये की ईनामी राशि जीत ली.

 

कॉम्प्टिशन में जीत लिया 6 लाख रुपये

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कॉम्प्टिशन में जीत लिया 6 लाख रुपये

हाल ही में, एक महंगी गद्दे निर्माण कंपनी ने एक प्रतियोगिता आयोजित की. यह सोने के लिए एक प्रतियोगिता थी. उस प्रतियोगिता में लगातार 100 दिनों तक प्रतिदिन 9 घंटे सोकर त्रिपर्णा ने सर्वश्रेष्ठ स्लीपर का पुरस्कार जीता. नेतापारा में अब त्रिपर्णा की काफी चर्चा है.

परीक्षा के भी सो गई थी त्रिपर्णा

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परीक्षा के भी सो गई थी त्रिपर्णा

त्रिपर्णा को बचपन से ही सोना बहुत पसंद है. नींद के साथ उनकी कई घटनाएं भी हो चुकी हैं. कभी-कभी बोर्ड परीक्षा देते समय परीक्षा केंद्र में सो जाती तो कभी जॉब के लिए इंटरव्यू देते समय सो गई. त्रिपर्णा को सोशल मीडिया पर स्लीपिंग कॉम्पिटिशन के बारे में पता चला.

 

100 दिन रोजाना 9 घंटे तक सोने का कॉम्प्टीशन

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100 दिन रोजाना 9 घंटे तक सोने का कॉम्प्टीशन

स्लीपिंग प्रतियोगिता में पूरे देश से लगभग 5.5 लाख प्रतियोगियों ने भाग लिया. त्रिपर्णा ने बाकियों को पीछे छोड़ते हुए बेहतरीन स्लीपर का ताज छीन लिया. संस्था के मुताबिक 100 दिन के इस चैलेंज में हर कंटेस्टेंट को 9 घंटे सोना था. प्रत्येक प्रतियोगी के स्लीप स्कोर में त्रिपर्णा ने सर्वोच्च स्कोर किया. उनका स्लीप स्कोर 100 में से 95 था.

 

अमेरिका की कंपनी में कार्यरत

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अमेरिका की कंपनी में कार्यरत

फाइनल के दौरान नींद पर नजर रखने के लिए संगठन से एक प्रतिनिधिमंडल त्रिपर्णा के घर भेजा गया था. त्रिपर्ण ने कहा, फिलहाल वह एक अमेरिकी कंपनी में कार्यरत हैं. यूएसए में दिन भारत में रात रहता है, इसलिए उसे अपना सारा काम रात में करना पड़ता है. रात में जागने के कारण उन्हें दिन में सोना पड़ता है. ये 100 दिन उनके लिए एक चुनौती थी. वह लगातार 100 दिनों में 9 घंटे सोने वाली पहली शख्स हैं.

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