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Pakistani Shumaila: पाकिस्तान की एक युवा लड़की शुमैला ने अपनी भाषाई क्षमता से सोशल मीडिया पर तहलका मचा दिया है. वह बिना किसी स्कूल में गए छह भाषाओं में निपुण है, जो किसी चमत्कार से कम नहीं है. शुमैला की इस विशेषता ने दुनिया भर के सोशल मीडिया यूजर्स का दिल जीत लिया है. शुमैला उर्दू, अंग्रेजी, सराइकी, पंजाबी, पश्तो और चित्राली जैसी छह भाषाओं में फ्लुएंसी से बात करती हैं. उनका यह स्किल देख कर कोई भी हैरान रह जाएगा, खासकर यह जानकर कि उन्होंने कभी स्कूल नहीं जॉइन किया. शुमैला किवर-पख्तूनख्वा प्रांत के लोअर डीर में मूंगफली, सूरजमुखी के बीज और अन्य स्नैक्स बेचकर अपनी आजीविका चलाती हैं.
शुमैला को कैसे मिली पहचान?
शुमैला को पाकिस्तान के यूट्यूबर जीशान शब्बीर ने खोजा, जिन्हें डॉक्टर जीशान के नाम से भी जाना जाता है. यह मुलाकात उस समय हुई जब जीशान लोवरी टनल के पास एक व्लॉग शूट कर रहे थे. इस खूबसूरत रास्ते से डीर और चित्राल जुड़ते हैं. इस मुलाकात के बाद शुमैला की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिसमें उन्होंने अपने भाषाई कौशल का प्रदर्शन किया.
मेरे पिता बोलते हैं 14 भाषाएं
जब डॉक्टर जीशान ने शुमैला से खुद को परिचित करने के लिए कहा, तो उन्होंने आत्मविश्वास से भरे हुए जवाब दिया. शुमैला ने कहा, "मेरे पिता 14 भाषाएं बोलते हैं और मैं छह भाषाएं बोल सकती हूं. मैं स्कूल नहीं जाती; मेरे पिता मुझे घर पर पढ़ाते हैं." इसके बाद शुमैला अपने सामान को प्रमोट करते हुए कहती हैं, "मैं मूंगफली और सूरजमुखी के बीज बेच रही हूं. अगर कुछ चाहिए तो बताइए."
पांच मां और 30 भाई-बहन
एक अन्य वीडियो में शुमैला ने अपने परिवार के बारे में भी बताया. उसने बताया कि उसके पांच मां और 30 भाई-बहन हैं. दिलचस्प बात यह है कि उसके पूरे परिवार के सदस्य अंग्रेजी में निपुण हैं, और उसके एक भाई का निवास इंग्लैंड के बर्मिंघम में है. शुमैला ने अपनी डेली रूटीन के बारे में भी जानकारी दी, जिसमें उसने बताया कि वह हर सुबह काम पर जाती है और रात को घर लौटती है.
सोशल मीडिया पर मिली तारीफें और सपोर्ट
शुमैला की वीडियो ने सोशल मीडिया पर वायरल होते ही लाखों लोगों का ध्यान खींच लिया. कई यूजर्स ने उसे किताबें भेजने की इच्छा जताई. एक यूजर ने लिखा, "यह शानदार है. अल्लाह हमेशा उसे सबसे अच्छा आशीर्वाद दे. आमीन." एक और यूजर ने लिखा, "उसकी अंग्रेजी इतनी बेहतर है जितनी कई प्रतिष्ठित स्कूलों के छात्रों की नहीं होती. उसके पिता की मेहनत को सलाम." एक अन्य यूजर ने कहा, "मेरी प्यारी शुमैला, तुम मुझे गर्व महसूस कराती हो, कृपया मुझे बताओ कि मैं तुम्हें कौन सी किताबें भेज सकता हूं, धन्यवाद."