Earthquake: भारत है भूकंप का अगला बड़ा टारगेट? देश के इस जिले के लोग घर के बाहर सोने लगे..वैज्ञानिक चिंतित
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Earthquake: भारत है भूकंप का अगला बड़ा टारगेट? देश के इस जिले के लोग घर के बाहर सोने लगे..वैज्ञानिक चिंतित

Earthquake India: यह बेहद ही चौंकाने वाली बात सामने आई है कि भारत के इस जिले के लोग काफी समय से घर के बाहर सोते हैं. तथ्य यह भी है कि इस जिले में पिछले दो साल में 400 भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. इसको लेकर काफी दहशत का माहौल है और वैज्ञानिक भी हैरान हैं.

Earthquake: भारत है भूकंप का अगला बड़ा टारगेट? देश के इस जिले के लोग घर के बाहर सोने लगे..वैज्ञानिक चिंतित

Target Of Earthquake: इस समय दुनियाभर में भूकंप की चर्चा है. हाल ही में तुर्की और सीरिया आए विनाशकारी भूकंप ने दुनिया को हिला दिया. जापान, पापुआ न्यू गिनी और अफगानिस्तान के कुछ क्षेत्रों में भूकंप के झटके महसूस किए गए. भारत को लेकर भी तमाम दावे किए जा रहे हैं कि क्या आने वाले समय में भारत में भी बड़ा भूकंप आ सकता है. इसी कड़ी में देश का एक जिला चर्चा में है जहां पिछले दो साल में 400 भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. हालत ये है कि यहां के लोग अब घर के बाहर ही ज्यादा समय बिता रहे हैं.

दो साल में 400 भूकंप के झटके
दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गुजरात का अमरेली जिले में भूकंप खूब आ रहे हैं. दो साल में 400 भूकंप के झटके आ चुके हैं. गांधीनगर स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ सीस्मोलॉजिकल रिसर्च के कार्यवाहक महानिदेशक सुमेर चोपड़ा ने बताया कि जब भूकंप बार-बार आता है तो झटके हल्के ही होते हैं. अमरेली को लेकर उन्होंने यह बताया कि 400 भूकंप में 86 प्रतिशत की तीव्रता दो प्रतिशत भी कम थी, जबकि 13 प्रतिशत की तीव्रता दो से तीन के बीच थी.

'बड़े झटके कभी भी आ सकते'
इस बात में उन्होंने यह भी जोड़ा कि केवल पांच भूकंप ऐसे रहे, जो तीन के ऊपर चले गए. इसके अलावा कई भूकंप ऐसे रहे, जिन्हें लोगों ने महसूस भी नहीं किया. जब भूकंप श्रृंखला में आता है, तो बड़े भूकंप की संभावना कम ही होती है. इसलिए इस बात की संभावना है कि बड़े झटके कभी भी आ सकते हैं. इसी डर से जिले के लोग अब घर के बाहर सोते रहते हैं. अमरेली का मितियाला गांव सबसे ज्यादा भूकंप प्रभावित क्षेत्र रहा है और यहां के लोग सबसे ज्यादा दहशत में हैं.

मालूम हो कि गुजरात के अमरेली जिले सहित सौराष्ट्र क्षेत्र का अधिकांश क्षेत्र भूकंपीय क्षेत्र तीन में आता है, जिसे मध्यम क्षति जोखिम क्षेत्र के रूप में वर्गीकृत किया गया है. अमरेली में लगातार भूकंप आने का कारण टेक्टोनिक सेटअप और हाइड्रोलॉजिकल लोडिंग मौसमी भूकंपीय गतिविधियों के कारण हैं. बता दें कि भारत के जोन 5 में सबसे तीव्र भूकंप आते हैं. 

जोन 5 में शहरों और कस्बों वाले राज्य और केंद्रशासित प्रदेश गुजरात, हिमाचल प्रदेश, बिहार, असम, मणिपुर, नागालैंड, जम्मू-कश्मीर और अंडमान और निकोबार हैं. वैज्ञानिकों के बीच इस बात की चिंता है कि भारत के उत्तर-पूर्व तक हिमालय की बेल्ट में भूकंप का आना अब एक आम बात है.

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