बिना हैंडल को हाथ लगाए इसने चलाई 140 किमी साइकिल, बन गया वर्ल्ड रिकॉर्ड
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बिना हैंडल को हाथ लगाए इसने चलाई 140 किमी साइकिल, बन गया वर्ल्ड रिकॉर्ड

Robert Murray: अल्बर्टा के साइकिलिस्ट रॉबर्ट मरे ने 130.29 किलोमीटर (80.95 मील) दूरी की. इस दूरी को तय करके उन्होंने एक अनोखा रिकॉर्ड बना लिया. रॉबर्ट ने यह दूरी बिना हैंडल को हाथ लगाए की, जिसकी वजह से उन्होंने वर्ल्ड रिकॉर्ड बना लिया.

बिना हैंडल को हाथ लगाए इसने चलाई 140 किमी साइकिल, बन गया वर्ल्ड रिकॉर्ड

Guinness World Record: अल्बर्टा के साइकिलिस्ट रॉबर्ट मरे ने 130.29 किलोमीटर (80.95 मील) दूरी की. इस दूरी को तय करके उन्होंने एक अनोखा रिकॉर्ड बना लिया. रॉबर्ट ने यह दूरी बिना हैंडल को हाथ लगाए की, जिसकी वजह से उन्होंने वर्ल्ड रिकॉर्ड बना लिया. इसी के साथ ही रॉबर्ट मरे का नाम अब गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया. उन्होंने ऐसा करके अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए. रॉबर्ट मरे को इस रिकॉर्ड को तोड़ने के लिए 5 घंटे और 37 मिनट लगे. उन्होंने लगातार साइकिल चलाई और अपना फोकस बनाए रखा, जिसकी वजह से वह यह रिकॉर्ड बना सकें.

शख्स ने साइकिलिंग में बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड

रॉबर्ट मरे की यह उपलब्धि और भी सराहनीय है, क्योंकि उनके द्वारा बनाया गया यह रिकॉर्ड अच्छे उद्देश्य से जुड़ा हुआ है. उनका यह अटेम्प्ट अल्जाइमर सोसाइटी ऑफ कैलगरी को सपोर्ट करता है. इस रिकॉर्ड के दौरान उन्होंने फंडरेजिंग कैंपेन भी चलाया. मरे ने बताया कि उनके परिवार में अल्जाइमर का इतिहास रहा है और उन्होंने अपनी दादी को इस बीमारी से खो दिया था. उन्होंने कहा, "रिकॉर्ड तोड़ना और अपने फंड रेजिंग करना मेरे लिए डबल जीत थी." मरे द्वारा अटेम्प्ट किए फंडरेजिंग मनी को अल्जाइमर रोग अनुसंधान, रोगियों और उनके परिवारों को सहायता प्रदान करने के लिए किया जाएगा.

 

 

फंड रेज करके अल्जाइमर के रोगियों के लिए इकट्ठा किए पैसे

गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के अनुसार, मरे को साइकिल चलाने का शौक बचपन से ही है. उनके शुरुआती साइकिलिंग अनुभवों में अपनी बहन के साथ साइकिल चलाना से लेकर तैराकी सीखना है. इतना ही नहीं, वह हर दिन साइकिल से 10 किमी की दूरी तय करता था. उस समय को याद करते हुए रॉबर्ट मरे ने कहा, "उस समय, मैं बहुत धीमा था, और मेरी बहन हमेशा आगे साइकिल चलाती थी और मैं बस पीछे-पीछे चला जाता था." मरे की कहानी साबित करती है कि खेल प्रतिभा और दृढ़ संकल्प न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि हासिल कर सकते हैं बल्कि दूसरों के जीवन को बेहतर बनाने में भी मदद कर सकते हैं.

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