Completely Digital Country: आजकल वाई-फाई और इंटरनेट कनेक्टिविटी के बिना काम नहीं चलता. पूरी दुनिया डिजिटल होती जा रही है. टेक्नोलॉजी के इस युग में सभी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन आज हम आपको एक ऐसे देश के बारे में बताने जा रहे हैं, जो फ्री इंटरनेट एक्सेस का मॉडल कहलाता है. जब दुनियाभर में लोगों को इंटरनेट के इस्तेमाल के लिए मोटा पैसा खर्च करना पड़ता है. वहीं, इस देश ने अपने नागरिकों के लिए फ्री इंटरनेट एक्सेस की सुविधा दे रखी है. आइए जानते हैं इस देश के बारे में...
हम बात करे रहें हैं यूरोप का एक छोटा से देश एस्टोनिया (Estonia) के बारे में, जहां लोगों को इंटरनेट इस्तेमाल करने के लिए बिल्कुल भी सा खर्च नहीं करना पड़ता. यहां टैक्स रिटर्न भरने से लेकर कार पार्किंग की पेमेंट जैसी हर फैसिलिटी ऑनलाइन अवेलेबल हैं.
आज इस देश की गिनती यूरोपियन यूनियन के उन देशों में होती है, जहां की आर्थिक विकास दर सबसे ज्यादा है. अमेरिका के एक एनजीओ फ्री़डम हाउस (Freedom House) की एक रिपोर्ट के मुताबिक एस्टोनिया पूरी दुनिया में फ्री इंटरनेट एक्सेस का मॉडल देश है. इसके अलावा ऐसी बहुत सी बातें हैं जो एस्टोनिया को खास बनाती हैं.
यूरोप के उत्तर-पूर्व में बाल्टिक सागर के पूर्वी तट पर बसा ये देश कभी सोवियत संघ का हिस्सा हुआ करता था. साल 1991 में ये रूस से अलग होने के बाद से यहां की इकोनॉमी में तेजी से सुधार आया.
यूरोपीय यूनियन और नार्थ अटलांटिक ट्रिटी ऑर्गेनाइजेशन (नाटो) का सबसे छोटा सदस्य देश एस्टोनिया की सरकार ने अपने नागरिकों के लिए फ्लैट इनकम टैक्स की व्यवस्था लागू की, जिसका मतलब है कि यहां हर व्यक्ति को समान टैक्स भरना होता है.
वहीं, लोगों को इंटरनेट से जोड़कर देश की इकोनॉमी को और प्रभावी बनाने के लिए एस्टोनिया में साल 1996 में देशव्यापी कार्यक्रम की शुरुआत की गई. मौजूदा समय में ये देश पूरी तरह डिजिटल हो चुका है. आज इस देश की गिनती यूरोपियन यूनियन के उन देशों में होती है, जहां की आर्थिक विकास दर सबसे ज्यादा है.
यह देश पूरी दुनिया में फ्री इंटरनेट एक्सेस का मॉडल ऐसे ही नहीं बना. साल 2000 में ही एस्टोनिया के सभी स्कूल-कॉलेजों में फ्री इंटरनेट की सुविधा देनी शुरू कर दी गई थी. अब करीब 90 फीसदी नागरिक इंटरनेट कनेक्टिविटी का इस्तेमाल करते हैं. यहां इलेक्शन में वोटिंग भी ऑनलाइन होती है.
एस्टोनिया के आर्थिक मंत्रालय का लक्ष्य था कि अगले एक साल तक देश के हर नागरिक तक फ्री नेट की सुविधा हो और वह उसका इस्तेमाल करना सीख जाए. अपने इस लक्ष्य को हासिल करने में एस्टेनिया ने कामयाबी हासिल कर ही ली. देशभर में 3,000 से ज्यादा फ्री वाई-फाई स्पॉट हैं. यहां कॉफी शॉप, पेट्रोल पंप, रेस्टॉरेंट्स, स्कूल-कॉलेज, हॉस्पिटल और सरकारी दफ्तरों में फ्री वाई-फाई की सुविधा है.
इंटरनेशनल ब्रॉडबैंड स्पीड इनवेस्टिगेशन एजेंसी के मुताबिक नॉर्वे में इंटरनेट की स्पीड सबसे फास्ट है. आंकड़ों की माने तो यहां पिछले साल ही मोबाइल फोन की औसत इंटरनेट स्पीड 69 प्रति बढ़ गई, जो इस समय प्रति सेकंड 52.6 मेगाबाइट है. यानी कि 400 एमबी की कोई मूवी को डाउनलोड होने में केवल 8 सेकंड लगेंगे.
खास बात यह भी है कि पूरे देश में फ्री वाई-फाई होने के बावजूद यहां साइबर क्राइम ना के बराबर है. दरअसल, एस्टोनियन सरकार नेट के सही इस्तेमाल को लेकर लगातार कैंपेन चलाती रहती है. वहीं, बहुत सी चीजों के एक्सेस पर प्रतिबंध है. गैंबलिंग एक्ट के तहत घरेलू और फॉरेन गैंबलिंग साइट को स्पेशल लाइसेंस की जरूरत होती है.
इस देश में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा भी बिल्कुल फ्री है. एस्टोनिया की राजधानी ताल्लिन (Tallinn) के तत्कालीन मेयर एदगार साविस्सार ने 2013 में इसका फैसला लिया था. फ्री ट्रांसपोर्ट सुविधा की शुरुआत करने से पहले यहां जनमत लिया गया. बड़ी संख्या में समर्थन मिलने पर बस-ट्रॉम नागरिकों के लिए फ्री कर दिए गए.
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