जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबलों की सूझबूझ और पराक्रम की बदौलत एक भीषण और भयानक आतंकी हमला टल गया.
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श्रीनगर: आतंकवादियों ने जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबलों को निशाना बनाकर एक भयानक हमले की साजिश रची थी. इस आतंकी हमले की साजिश को पहले ही नाकाम कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि ये हमला पुलवामा की तरह विध्वंसक हो सकता था. आपको बता दें कि जब से भारतीय सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस ने आतंकवादियों का सफाया करना शुरू किया है तब से पाकिस्तान द्वारा पोषित आतंकवादी बौखला गए हैं. भारत के बहादुर जवान लगातार आतंकवादियों को जहन्नुम पहुंचा रहे हैं और कश्मीर को आतंकमुक्त करने में जुटे हैं.
सेंट्रो गाड़ी से हमला करने की थी साजिश
आपको बता दें कि पुलवामा के पास एक सेंट्रो गाड़ी में IED (इंप्रोवाइज्ड एक्स्प्लोसिव डिवाइस) प्लांट की गई थी, जिसकी समय रहते हुए पहचान कर ली गई. बम डिस्पोज़ल स्क्वायड ने वक्त रहते ही इस बम को डिफ्यूज़ कर दिया. इस तरह पुलवामा हमले की तरह दोबारा पुलवामा आतंकी हमलों से दहल सकता था.
A major incident of a vehicle-borne IED blast averted by the timely input and action by Pulwama Police, CRPF and Army: Kashmir Zone Police #JammuAndKashmir
— ANI (@ANI) May 28, 2020
पुलिस और CRPF ने आतंकियों के मंसूबे किये नाकाम
आपको बता दें कि जम्मू कश्मीर पुलिस, सीआरपीएफ और सेना के जवानों ने मिलकर इस साजिश का पर्दाफाश किया. सुरक्षाबलों ने IED वाली सेंट्रो गाड़ी की पहचान की और इसमें IED के होने का पता लगाया. तभी बम डिस्पोज़ल स्क्वायड को बुलाया गया और अंतत: इस IED ब्लास्ट को टाल दिया गया.
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गाड़ी में आतंकी के भी होने की आशंका
प्राप्त जानकारी के अनुसार गाड़ी को हिज्बुल मुजाहिद्दीन का एक आतंकी चला रहा था जो कि शुरुआती गोलीबारी के बाद ही भाग गया. अंधेरे में आतंकी भाग खड़ा हुआ. इस केस को अब NIA को सौंपा जा रहा है. पूरे मामले की विस्तार से जांच NIA ही करेगी. इस गाड़ी को पुलवामा के रजपुरा रोड के पास शादीपुरा में पकड़ा गया.
पिछले साल फरवरी में हुआ था पुलवामा हमला
आपको बता दें कि पिछले साल जो पुलवामा में आतंकी हमला किया गया था, वह भी इसी तरह का था. जिसमें एक गाड़ी में बम रखा गया था और उसे CRPF के काफिले में घुसा दिया गया था. फरवरी 2019 में हुए उस आतंकी हमले में करीब 45 जवान शहीद हो गए थे. इस हमले के जवाब में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में घुसकर एयर स्ट्राइक की थी और उसमें कई आतंकी मारे गए थे.