DNA: देश में तेजी से बढ़ रहा डायबिटीज, कैसे कर सकते हैं इस लाइलाज बीमारी से बचाव?
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DNA: देश में तेजी से बढ़ रहा डायबिटीज, कैसे कर सकते हैं इस लाइलाज बीमारी से बचाव?

Symptoms of Diabetes: डायबिटीज ऐसी बीमारी है, जिसका कोई इलाज नहीं है. ऐसे में इससे बचने का एकमात्र यही उपाय है कि इसे होने ही न दिया जाए.

DNA: देश में तेजी से बढ़ रहा डायबिटीज, कैसे कर सकते हैं इस लाइलाज बीमारी से बचाव?

How to Avoid Diabetes: आज world diabetes day है. diabetes एक ऐसी बीमारी है, जो इंसान को होने के बाद भी पता नहीं चलती. यानी बीमारी हो चुकी है, लेकिन फिर भी इंसान इससे अनजान है. हर वर्ष 14 नवंबर को दुनियाभर में 'world diabetes day' मनाया जाता है, लोगों को diabetes के खतरे को लेकर जागरुक किया जाता है. लेकिन क्या हम diabetes को लेकर जागरूक हैं? क्या हमें इस बीमारी से बचने के उपाय पता हैं? 

आमतौर पर हम सब यही सोचते हैं कि diabetes तो 40 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों को होती है. लेकिन अब ये बीमारी बच्चों और युवाओं में भी तेजी से हो रही है. ब्रिटेन की कुल आबादी करीब 7 करोड़ है. लेकिन भारत में diabetes के मरीजों की संख्या ही 10 करोड़ है. यानी diabetes के मरीज अपने आप में एक देश हैं. वैसे तो ये बीमारी किसी को भी हो सकती है, लेकिन चिंता की बात ये है कि diabetes अब कम उम्र के लोगों को हो रही है.

International Diabetes Federation ने वर्ष 2019 में अनुमान लगाया था कि 2030 तक भारत में diabetes के कुल मरीजों की संख्या 10 करोड़ पार कर जाएगी. लेकिन भारत में ये आंकड़ा 7 वर्ष पहले यानि वर्ष 2023 में ही पार हो चुका है. एक अध्ययन के मुताबिक भारत में 20 वर्ष की आयुवर्ग के युवकों में 65 प्रतिशत जबकि युवतियों में 56 फीसदी diabetes से पीड़ित होने का खतरा रहता है.

युवाओं में बढ़ रही है बीमारी

एक वक्त था जब diabetes को genetic बीमारी यानी कि माता-पिता से विरासत में मिलने वाली बीमारी माना जाता था. लेकिन भारत में अब diabetes के ज्यादातर मरीज ऐसे हैं जिन्हें खराब lifestyle की वजह से ये बीमारी हो रही है, खासकर युवा. diabetes एक ऐसी बीमारी है, जिसमें शरीर में blood sugar की मात्रा बढ़ जाती है. ये तब होता है जब शरीर पर्याप्त मात्रा में insulin hormone नहीं बना पाता या insulin का अच्छी तरह से इस्तेमाल नहीं कर पाता. 

insulin pancreas द्वारा बनाया गया एक hormone है जो carbohydrates के टूटने से बने glucose को ऊर्जा के लिए उपयोग करने में मदद करता है. diabetes लाइलाज बीमारी है, यानि जब तक इंसान है ये बीमारी उसके साथ रहती है. इसका कोई इलाज नहीं है. युवाओं में ये बीमारी जिस तरह से बढ़ी है वो गंभीर चिंता का विषय है. 

भारत में तेजी से बढ़ रहा डायबिटीज

भारत में diabetes की बीमारी बहुत तेज़ी से बढ़ी है. इसलिए भारत को अब Diabetic Capital of the World कहा जाने लगा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक पूरे विश्व में 50 करोड़ लोग diabetes से पीड़ित हैं. इनमें अकेले भारत में ही 10 करोड़ मरीज हैं. अगले 10 वर्ष में diabetes मरीजों की संख्या भारत में 10 करोड़ और बढ़ जाएगी.

ICMR का सर्वे बताता है कि भारत में बीते 4 वर्षों में ही diabetes के मरीज़ों की संख्या 44% तक बढ़ी है. यही नहीं, ऐसे लोग जिन्हें निकट भविष्य में diabetes होने का खतरा है उनकी तादाद और भी ज्यादा है. सर्वे के अनुसार भारत में तकरीबन 13 करोड़ 30 लाख मरीज ऐसे हैं, जो
prediabetic हैं. ये वो लोग हैं जिन्हें आने वाले समय में diabetes होने का खतरा है. 

बीमारी का नहीं चल पाता पता

diabetes ऐसी बीमारी है जिसका बहुत से लोगों को पता ही नहीं चलता. यानि इंसान को बीमारी हो चुकी है लेकिन ही नहीं पता कि बीमारी उसके शरीर में फैल चुकी है. और जब तक पता चलता है तब तक इस बीमारी की वजह से शरीर के दूसरे अंग प्रभावित होने लगते है.

आपने भी ये महसूस किया होगा कि हम सबकी शारीरिक गतिविधियां बहुत कम हो गई है. लोग physical काम कम करने लगे हैं. यहां तक कि लोग पैदल भी नहीं चलना चाहते. थोड़ी सी दूर जाने के लिए भी गाड़ी में बैठकर जाते है. इसके अलावा खान-पान बहुत गलत हो गया है. Junk-food, processed food, पहले से तैयार packaged food का चलन बढ़ा है. ऐसे खानों से कई तरह की परेशानियां होती है. डायबिटीज होने का एक मुख्य कारण संतुलित आहार ना लेना भी है.

गोवा में सबसे ज्यादा रोगी

भारत में diabetes मरीजों की बात करें तो गोवा का नंबर सबसे ऊपर आता है. यहां की 26.4 फीसदी आबादी को diabetes है. दूसरे नंबर पर पुंडुचेरी है जहां 26.3 फीसदी लोग diabetes की चपेट में हैं. तीसरे नंबर पर केरल है, केरल की 25.5 फीसदी आबादी को diabetes है. चौथे नंबर पर चंडीगढ़ है यहां 20.4 फीसदी लोगों को diabetes हैं. पांचवें नंबर पर देश की राजधानी दिल्ली है जहां 17.8 फीसदी लोग मधुमेह के मरीज है.

diabetes की वजह से आंखों, heart, liver और किडनी पर असर होता है. इसलिए इसके लक्षणों को पहचानना भी बेहद जरूरी है क्योंकि एक डायबिटीज कई बीमारियों का कारण बन सकती है.

डायबिटीज के लक्षण

- ज़्यादा प्यास लगना

- सामान्य से ज़्यादा यूरिन आना

- थकान महसूस होना

- बिना किसी कोशिश के वजन कम होना

- मुंह में अक्सर छाले होना

- आंखों की रोशनी कम होना

- घाव भरने में समय लगना 

लाइफस्टाइल में कर लें बदलाव

ये वो लक्षण है जो डायबिटीज में नजर आते है. इसलिए इन लक्षणों को पहचानना बहुत जरूरी है. आज भारत में diabetes के ज्यादातर मरीज वो हैं, जो खराब lifestyle की वजह से इसका शिकार हुए हैं. इसे type two diabetes कहा जाता है और अगर ये लोग अपनी लाइफ़ स्टाइल में थोड़ा सा सुधार कर लें, तो वो इस बीमारी से खुद को बचा सकते हैं. 

diabetes एक ऐसी बीमारी है जो धीरे धीरे इंसान के शरीर को खोखला करती है. उम्र बढ़ने के साथ साथ दिक्कत बढ़ती है. युवाओं में diabetes होने का प्रमुख कारण वज़न अधिक होना, एक्सरसाइज न करना, धूम्रपान करना और पढ़ाई-नौकरी का तनाव है. 

गांव- शहर दोनों जगह बढ़ रहा खतरा

diabetes कम हो या ज्यादा, दोनों ही स्थितियों में रोगी की सेहत के लिए खतरा बन सकती है. अभी तक हम सब यही कहते थे कि गांव देहात के लोग ज्यादा स्वस्थ होते है. वहां अच्छी हवा होती है, बड़े-बुजुर्ग भी सबको यही कहते हैं कि कुछ दिन गांव में आकर भी रहा करो, सेहत अच्छी हो जाएगी. लेकिन diabetes की बीमारी अब गांव-देहात में भी आम हो गई है.

ICMR की रिपोर्ट के मुताबिक शहरों में 32 प्रतिशत लोगों को या तो diabetes है या होने वाली है. जबकि गांवों में 24% लोगों को या तो diabetes है या होने वाली है. इन आंकड़ों से ही अंदाजा लगा लीजिए की diabetes कैसे घर-घर की बीमारी बन गई है. अभी भी इस बीमारी के लक्षणों, बचाव और कारणों को लेकर जागरूकता नहीं है. इसकी चपेट में आए आधे से ज़्यादा लोगों को बीमारी के बारे में मालूम नहीं होता. ऐसा नहीं है कि इससे बचा नहीं जा सकता. बचा जा सकता है, लेकिन इसके लिए कुछ कदम उठाने होंगे. 

डायबिटीज से कैसे बचें (DIABETES KAISE BACHE)

- अपने वजन को कंट्रोल करें.

- हर रोज एक्सरसाइज करें

- संतुलित डाइट लें

- पानी ज्यादा पीएं

- धूम्रपान और शराब का सेवन ना करें

जागरूकता से ही एकमात्र बचाव

किसी भी बीमारी से बचने की सबसे कारगर दवाई जागरूकता है. अगर बीमारी को लेकर पहले से पता होगा तो बीमारी से बचने का रास्ता खुद ब खुद निकल आएगा. इसलिए world diabetes day पर हम भी आपसे अपील करते हैं कि इस बीमारी को लेकर जागरूक होइए. इसके लक्षणों को पहचानिए, अपनी जीवन शैली में बदलाव लाइए ताकि diabetes से लड़ा जा सके. इसे हराया जा सके.

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