शक्ल पर नहीं दिखेंगे उम्र के निशान, डर्मेटोलॉजिस्ट ने बताया-  इस एज में रेटिनॉल लगाने से होता है जबरदस्त असर
Advertisement
trendingNow12609667

शक्ल पर नहीं दिखेंगे उम्र के निशान, डर्मेटोलॉजिस्ट ने बताया-  इस एज में रेटिनॉल लगाने से होता है जबरदस्त असर


Benefits Of Retinol: रेटिनॉल त्वचा के लिए उन जरूरी पोषक तत्वों को उपलब्ध कराता है, जो उसे लंबे समय तक बुढ़ापे के असर से दूर रखते हैं. लेकिन इसके लिए सही उम्र से इसका इस्तेमाल करना जरूरी है. 

 

शक्ल पर नहीं दिखेंगे उम्र के निशान, डर्मेटोलॉजिस्ट ने बताया-  इस एज में रेटिनॉल लगाने से होता है जबरदस्त असर

आज के समय में हमेशा जवां दिखने का क्रेज काफी ज्यादा बढ़ता जा रहा है. बुढ़ापे में सिकुड़ती चमड़ी, दाग-धब्बे, त्वचा की घटती चमक के बारे में सोचने भर से ही लोग परेशान हो जाते हैं. इसलिए आजकल मार्केट में एंटी-एजिंग प्रोडक्ट्स की डिमांड और सप्लाई काफी ज्यादा बढ़ रही है. ऐसे में स्किन एक्सपर्ट रेटिनॉल वाले प्रोडक्ट्स के इस्तेमाल की सलाह देते हैं. 

क्या है रेटिनॉल? इसे विटामिन ए भी कहा जाता है, जो स्किन हेल्थ के लिए जरूरी है. इसके इस्तेमाल से झुर्रियां, दाग-धब्बे, मुंहासे, ओपन पोर्स को बंद करने में मदद मिलती है. हालांकि कई लोग इसके इस्तेमाल के सही समय को नहीं जानते हैं, जिसके कारण इसका बेहतर रिजल्ट उन्हें नहीं मिल पाता है. 
 

डर्मेटोलॉजिस्ट ने बताया रेटीनॉल का सही यूज

हाल ही में अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में डर्मेटोलॉजिस्ट जयश्री शरद ने बताया है कि त्वचा विशेषज्ञ के रूप में, हम 16 साल की उम्र से ही रोगियों को रेटिनॉल लिख सकते हैं. ये क्रीम पीठ के मुंहासे और चेहरे के मुंहासे के इलाज के लिए उपयोग की जाने वाली प्रिस्क्रिप्शन दवा हैं, जो आमतौर पर 18, 19 या 20 वर्ष के आसपास के रोगियों को दी जाती हैं.  

कब करें रेटिनॉल का यूज

रेटिनॉल का उपयोग करने के सही समय के बारे में बोलते हुए, जयश्री कहती हैं कि यदि आप पूछ रहे हैं कि नॉर्मल त्वचा देखभाल के लिए रेटिनॉल का उपयोग कब शुरू करना है, तो मैं आपको लगभग 28 या 29 की उम्र में शुरू करने की सलाह दूंगी. यह वह उम्र है जब कोलेजन कम होना शुरू होता

इसे भी पढ़ें- त्वचा में कसावट के लिए खाएं ये 5 हाई कोलेजन वाले फूड्स

 

मेनोपॉज में ऐसे करें स्किन की देखभाल 

अपने पिछले इंस्टाग्राम पोस्ट में, जयश्री शरद ने मेनोपॉज से गुजर रहे लोगों के लिए त्वचा की देखभाल के लिए टिप्स दिए हैं. उन्होंने कहा कि मेनोपॉज में एस्ट्रोजन में कमी होती है, त्वचा शुष्क हो जाती है, महीन रेखाएं बनने लगती हैं, और हाइपरपिग्मेंटेशन का भी रिस्क होता है, तो ऐसे में सनस्क्रीन, टॉनिक एसिड जैसे हाइड्रेटिंग अवयवों, सेरामाइड्स जैसे बैरियर रिपेयर हीरो और रेटिनोइड्स जैसे कोलेजन बूस्टर का उपयोग करना चाहिए. 

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

 

Trending news