इस बदलते हुए मौसम में बहुत से लोग पंखा चलाकर सोना शुरू कर दिए हैं. हम में बहुत लोगों को ये लगता होगा कि पंखे की हवा से गहरी नींद आती है. लेकिन क्या आपको मालूम है कि फैन की आवाज से भी आपकी नींद की क्वालिटी पर असर डालती है. आइए जानते हैं.
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अप्रैल का महीना शुरू हो गया है. इसी के साथ गर्मी का दिन अब धीरे-धीरे नजदीक आ रहा है. इस बदलते हुए मौसम में बहुत से लोग पंखा चलाकर सोना शुरू कर दिए हैं. हम में बहुत लोगों को ये लगता होगा कि पंखे की हवा से गहरी नींद आती है. लेकिन क्या आपको मालूम है कि फैन की आवाज से भी आपकी नींद की क्वालिटी पर असर डालती है. अक्सर लोग पंखे की आवाज से चिढ़ते हैं और कम से कम आवाज वाले फैन को खरीदते हैं. मगर आज हम आपको पंखा चला कर सोने के बारे में कुछ ऐसी बात बताने जा रहे हैं जिसके बारे में बहुत कम लोगों को मालूम है.
ऐसे बढ़ती है नींद की क्वालिटी
एक शोध के अनुसार पंखे की आवाज से हमारी नींद की क्वालिटी बढ़ जाती है. नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में छपे एक रिसर्च के मुताबिक पंखे से निकलने वाली आवाज हमारे नींद की क्वालिटी बढ़ा देती है. इतना ही नहीं फैन चलाकर सोने से दिमाग पर असर पड़ता है जल्दी से नींद आ जाती है. ये रिसर्च 40 बच्चों पर किया गया था, जिसमें पता चला कि पंखा चलाकर सोने से 80 परसेंट बच्चे सिर्फ 5 मिनट में गहरी नींद में सो जा रहे थे. इसलिए ये कहना गलत नहीं होगा कि पंखे की आवाज का हमारे नींद पर गहरा असर होता है.
क्यों तबीयत खराब होती है?
ये तो रही पंखे की आवज की बात, अब आइए जानते हैं कि पंखे से निकलने वाली हवा का क्या असर होता है. वैसे तो गर्मी के मौसम में पंखे की हवा बहुत फायदेमंद होती है. मगर बदलते मौसम में पूरी रात या देर तक पंखे में रहने से सेहत प्रभावित हो सकता है. इससे सर्दी जुकाम, एलर्जी, आंखें और त्वचा पर सूखने की समस्या हो सकती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हमारा शरीर सर्दी के मौसम में बिना पंखा के रहने के लिए सैचुरेट हो चुका होता है, ऐसे में अचानक बिना आदत के पूरी रात पंखा चलाकर सोने से सेहत पर असर पड़ सकता है.
पंखें चलाकर सोने से पहले जरूर जानें ये सुझाव
1- मौसम बदलते समय धीरे-धीरे खुद को पंखे की आदत डालें. इससे बॉडी पंखे के हवा के लिए आसानी से सैचुरेट हो जाएगा.
2- रात भर पंखा चला कर सोने से बचें. जब लगे की अब पंखे की हवा से कई समस्या नहीं होगी तभी रात भर पंखा चलाएं.
3- पहले दिन 1 घंटे फिर 2 घंटे और ऐसे ही धीरे-धीरे शरीर को पंखे के लिए सैचुरेट कर सकते हैं.
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