बादाम का दूध (almond milk) हाल ही में डेयरी प्रोडक्ट के विकल्प के रूप में काफी फेमस हुआ है. इसके स्वाद और मलाईदार बनावट के कारण इसे पसंद किया जाता है.
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बादाम का दूध (almond milk) हाल ही में डेयरी प्रोडक्ट के विकल्प के रूप में काफी फेमस हुआ है. इसके स्वाद और मलाईदार बनावट के कारण इसे पसंद किया जाता है. चूंकि बादाम को एक बहुत ही हेल्दी मेवा माना जाता है, इसलिए दूध को भी ज्यादा फायदे देने वाला माना जाता है. लेकिन क्या वाकई बादाम का दूध उतना ही फायदेमंद है जितना बताया जाता है? चलिए जानते हैं.
बादाम का दूध घर पर बनाना काफी आसान है. बादाम को पानी के साथ पीसकर, छान कर और बोतल में भरकर रखा जा सकता है. हालांकि, दुकानों में मिलने वाला बादाम का दूध टूटे और बेकार हुए बादामों से बनाया जाता है. इसमें असल में कुछ ही बादाम होते हैं और बाकी मिलावट में कैनोला तेल, हाई फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप और कुछ फ्लेवर मिलाए जाते हैं. इसे बेचने के लिए इसकी कीमत काफी अधिक रखी जाती है. इसके अलावा, बादाम में ऑक्सालेट होता है, जो गाउट और जोड़ों में दर्द का कारण बन सकता है. ज्यादा ऑक्सालेट रिच डाइट लेने पर आपकी स्किन में क्रिस्टल बन सकते हैं, इसलिए कई डॉक्टर बादाम के दूध की सलाह नहीं देते.
पोषक तत्वों की कमी और एलर्जी का खतरा
बादाम के दूध को कभी-कभी डेयरी दूध के हेल्दी विकल्प के रूप में बताया जाता है, लेकिन इसमें गाय के दूध में पाए जाने वाले नेचुरल मिनरल्स जैसे कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन बी12 नहीं होते. कुछ ब्रांड इन पोषक तत्वों को मिलाते हैं, लेकिन कुछ में अतिरिक्त चीनी और प्रिजर्वेटिव होते हैं, जो हेल्थ बेनिफिट्स को कम कर देते हैं. इसके अलावा, बादाम एक आम एलर्जेन हैं, इसलिए जिन्हें नट एलर्जी है उन्हें बादाम दूध का इस्तेमाल सावधानी से करना चाहिए. गंभीर एलर्जी वाले लोगों के लिए उत्पादन प्रक्रिया के दौरान क्रॉस-कंटैमिनेशन भी खतरनाक हो सकता है, इसलिए उनके लिए बादाम का दूध सबसे अच्छा विकल्प नहीं हो सकता.
लाभ भी हैं, लेकिन सीमित
हालांकि, बादाम के दूध के कुछ फायदे भी हैं. यह स्वाभाविक रूप से लैक्टोज-फ्री होता है, इसलिए जिन लोगों को डेयरी प्रोडक्ट्स से एलर्जी है या जिनकी बॉडी लैक्टोज को अब्जॉर्ब नहीं कर पाती, वे इसका इस्तेमाल कर सकते हैं. बादाम का दूध कैलोरी और सैचुरेटेड फैट में कम होने के कारण वजन कंट्रोल करने और दिल को हेल्दी रखने में मदद करता है. ज्यादातर डेयरी-फ्री मिल्क विटामिन डी से रिच होते हैं. इनका उपयोग बेकिंग, पकाने और ड्रिंक्स में किया जा सकता है. यह उन लोगों के लिए मददगार है जो जानवरों का दूध नहीं पी सकते हैं या नहीं पीना चाहते हैं. इसमें अक्सर नियमित दूध (स्किम बनाम होल दूध के प्रकार के आधार पर) की तुलना में कम कैलोरी होती है.
निष्कर्ष
बादाम दूध एक हेल्दी विकल्प हो सकता है, लेकिन यह पोषण के मामले में डेयरी दूध का पूरा रिप्लेसमेंट नहीं है. यह कम कैलोरी वाला होता है और लैक्टोज-फ्री होता है, जो कुछ लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है. हालांकि, यह महत्वपूर्ण है कि आप बादाम के दूध के पोषण संबंधी जानकारी को समझें और इसे अपनी डाइट में शामिल करने से पहले किसी डॉक्टर या डाइट एक्सपर्ट से सलाह लें.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.