क्या सावरकर ने अंग्रेजों को लिखा था पत्र? फडणवीस का राहुल पर पलटवार- 'चांदी की चम्मच...'
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क्या सावरकर ने अंग्रेजों को लिखा था पत्र? फडणवीस का राहुल पर पलटवार- 'चांदी की चम्मच...'

राहुल गांधी ने अक्सर सावरकर पर जेल से बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों से माफी मांगने का आरोप लगाया है. साथ ही वो नियमित रूप से बीजेपी की माफी की मांग पर पलटवार करते हुए दावा करते रहे हैं कि वो गांधी हैं सावरकर नहीं, जो माफी मांग लें.

क्या सावरकर ने अंग्रेजों को लिखा था पत्र? फडणवीस का राहुल पर पलटवार- 'चांदी की चम्मच...'

वीर सावरकर के बारे में राहुल गांधी के बायान पर मचे बवाल के बीच महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने उन पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि चांदी का चम्मच लेकर पैदा होने वाले सावरकर पर सवाल उठाते हैं. दरअसल, वो मुंबई में रविवार को 'वीर सावरकर गौरव यात्रा' को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी की सावरकर की समझ पर सवाल उठाया और कहा कि इंदिरा गांधी और यशवंतराव चव्हाण सहित उनकी पार्टी के कई बड़े नेताओं ने सावरकर का सम्मान किया था.

फडणवीस ने इस मुद्दे पर अपने रुख के लिए महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की भी आलोचना की और उन्हें केवल बयान देने के बजाय कार्रवाई करने की चुनौती दी. बीजेपी नेता ने ठाकरे से पूछा कि राहुल गांधी ने सावरकर के बारे में अपना ट्वीट क्यों नहीं हटाया और उनसे ऐसा करने के लिए क्यों नहीं कहा गया.

राहुल गांधी ने अक्सर सावरकर पर जेल से बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों से माफी मांगने का आरोप लगाया है. साथ ही वो नियमित रूप से बीजेपी की माफी की मांग पर पलटवार करते हुए दावा करते रहे हैं कि वो गांधी हैं सावरकर नहीं, जो माफी मांग लें.

फडणवीस ने कांग्रेस नेताओं की खिंचाई करते हुए कहा, 'यह सावरकर ही थे जिन्होंने अंडमान की जेल से रत्नागिरी लौटने के बाद सामाजिक सुधार लाने के लिए कई गतिविधियां शुरू की थीं. सावरकर ने कहा था कि जब तक हम अस्पृश्यता को समाप्त नहीं करेंगे, हम कभी भी एक महान राष्ट्र नहीं बन पाएंगे. लेकिन सोने का चम्मच लेकर पैदा हुए लोग उन्हें माफीवीर कहते हैं.' 

फडणवीस ने कहा, 'आपने (राहुल गांधी) कहा कि वीर सावरकर ने माफी मांगी और इसके लिए अंग्रेजों को एक पत्र लिखा. यह गलत है. सावरकर ने एक पत्र इसलिए लिखा क्योंकि उन्हें पता था कि अंग्रेज उन्हें रिहा नहीं करेंगे. तो उन्होंने लिखा, मुझे (सावरकर को) मत छोड़ो बल्कि अन्य कैदियों को रिहा करो जिन्होंने तुम्हारे (अंग्रेजों) खिलाफ कुछ नहीं किया. महात्मा गांधी ने सावरकर के रिश्तेदारों को पत्र लिखा और कहा कि आपके साथ के लोगों को रिहा कर दिया गया. उन्होंने तब सावरकर से ये भी कहा कि वह अंग्रेजों से कहें कि आपने उन्हें रिहा कर दिया, मुझे (सावरकर) भी रिहा कर दें.'

फडणवीस ने दावा किया कि स्वतंत्रता के बाद की संसद में पश्चिम बंगाल के एक सदस्य द्वारा सावरकर के लिए बधाई प्रस्ताव पेश किया गया था, लेकिन फिरोज गांधी को छोड़कर कांग्रेस पार्टी ने इसका विरोध किया. फडणवीस ने राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने नकली उपनाम लिया है और सवाल किया कि क्या वह भारत का इतिहास जानते हैं.

डिप्टी सीएम ने कहा, 'कुछ लोगों की पार्टी चीन की सरकार से मिलने वाले पैसे पर चलती है और फिर वो लोग सावरकर को माफीवीर कहते हैं. सावरकर ने अंडमान की जेल में कठोर पीड़ा सही, खराब खाना खाया और अंग्रेजों के हर तरह के उत्पीड़न को सहन किया.'

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