Who was Mir Baqi: आज से ठीक 32 साल पहले 1992 को अयोध्या में बाबरी विध्वंस के विवादित ढांचे को गिरा दिया था. 6 दिसंबर को कुछ लोग शौर्य दिवस के रूप में मनाते हैं तो कोई काले दिवस के रूप में.
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Who was Mir Baqi: अयोध्या बाबरी विध्वंस की आज 32वीं बरसी है. आज ही के दिन 32 साल पहले 1992 को कारसेवकों की भीड़ ने अयोध्या बाबरी विध्वंस के विवादित ढांचे को गिरा दिया था. 6 दिसंबर को कुछ लोग शौर्य दिवस के रूप में मनाते हैं तो कोई काले दिवस (ब्लैक डे) के रूप में. अयोध्या विवादित ढांचे को लेकर सालों से एक नाम मुख्य रूप से चर्चा में रहा, वह नाम है मुगल शासक बाबर का कमांडर मीर बाकी का. तो आइये जानते हैं बाबर के कमांडर मीर बाकी के बारे में.
कौन था मीर बाकी?
जानकारी के मुताबिक, मीर बाकी, मुगल शासक बाबर के साथ ही भारत आया था. बाबर के आदेश पर ही मीर बाकी ने 1528-29 में रामजन्म स्थली पर बाबरी मस्जिद का निर्माण कराया था. कहा जाता है कि मीर बाकी ने मुगल शासक बाबर को खुश करने के लिए राम मंदिर तोड़कर बाबरी मस्जिद का निर्माण करवाया. मीर बाकी मूलरूप से ताशकंद (उज्बेकिस्तान) का रहने वाला था. मीर बाकी ने ही राम मंदिर की जगह बाबरी मस्जिद बना दी.
मस्जिद-ए-जन्मस्थान भी कहा गया
बाबरी मस्जिद एक समय में यूपी की सबसे बड़ी मस्जिद हुआ करती थी. विकीपीडिया के अनुसार, 1940 के दशक में इसे मस्जिद-ए-जन्मस्थान भी कहा जाता है. इस नाम से अंदाजा लगता है कि इस भूमि को भगवान राम का जन्मस्थान माना जाता रहा है. कहा जाता है कि मीर बाकी ने मस्जिद बनाने के लिए वहां पहले से मौजूद भगवान राम के मंदिर को तोड़ा था. हालांकि, मुस्लिम पक्ष इस स्थान पर पूर्व में मंदिर होने की बाद को नकारता रहा है. साल 2003 में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने भी पाया कि मस्जिद के नीचे एक पुराना खंडहर मौजूद है, जो हिंदू मंदिर से मिलता-जुलता है.
अयोध्या-संभल में मस्जिद का निर्माण करवाया था
बाबर ने मीर बाकी को अवध प्रदेश का शासक यानी गवर्नर बनाया था. बाबरनामा में मीर बाकी को बाकी ताशकंदी के नाम से भी बुलाया गया है. इसके अलावा उसे बाकी शाघावाल, बाकी बेग और बाकी मिंगबाशी नामों से भी जाना गया. अंग्रेज सर्वेयर फ्रांसिस बुकानन ने 1813-14 में बाकी के नाम के आगे मीर लगाया, जिसका अर्थ राजकुमार होता है. माना जाता है कि इसी मीर बाकी ने 1528 में बाबरी मस्जिद का निर्माण कराया था, जो आगे चलकर विवाद की वजह भी बन गई. मीर बाकी ने ही अयोध्या में बाबरी और संभल में मस्जिद का निर्माण करवाया था. बता दें कि 19वीं सदी की शुरुआत में विवाद बढ़ गया और मामला कोर्ट पहुंचा. 6 दिसंबर 1992 को विवादित ढांचे को गिरा दिया गया.
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