Uttarakhand earthquake : उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल समेत कई इलाकों में भूकंप के झटके
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Uttarakhand earthquake : उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल समेत कई इलाकों में भूकंप के झटके

Uttarakhand earthquake : उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल समेत कई इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए. बागेश्वर में भी धरती हिली. हालांकि किसी बड़े जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है. 

Uttarakhand earthquake

Uttarakhand earthquake : उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल समेत कई इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. जानकारी के मुताबिक, पौड़ी (Pauri Garhwal Earthquake) जनपद में सबसे ज्यादा भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता  2.4 आंकी गई. बागेश्वर जनपद में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. बुधवार रात 10:00 बजे से सुबह 4:00 बजे बागेश्वर जनपद में भूकंप के झटके महसूस किए गए.  हालांकि भूकंप की तीव्रता इतनी ज्यादा नहीं थी, लिहाजा किसी बड़े नुकसान या जनहानि की खबर नहीं है. 

पिथौरागढ़ से 23 किलोमीटर दूर था केंद्र
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में इससे पहले जनवरी में भूकंप आया था. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप के ये झटके सुबह के वक्त आए थे. भूकंप का केंद्र उत्तराखंड के पिथौरागढ़ से 23 किमी दूर आंका गया था. पिथौरागढ़ में भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल के लिहाज से काफी ज्यादा नहीं थी. लेकिन 3.8 तीव्रता के भूकंप से भी दहशत बन गई थी.

सतह से 5 किलोमीटर नीचे केंद्र
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (National Center for Seismology) के अनुसार, सुबह 10 बजकर 21 मिनट पर भूकंप आया था.पौड़ी गढ़वाल में 2.4 मैग्नीट्यूड का भूकंप था, जिसकी गहराई 5 किलोमीटर बताई जा रही है. आपदा नियंत्रण बोर्ड का कहना है कि ये हल्का झटका था.पौड़ी जिले के श्रीनगर गढ़वाल (Srinagar Garhwal) में भूकंप का केंद्र (epicenter)था.

रिस्क जोन में आता है पहाड़ी राज्य
दरअसल, उत्तराखंड का ज्यादातर इलाका भूकंप के जोखिम वाले जोन में आता है. पहले भी टिहरी, चमोली समेत कई इलाकों में विनाशकारी भूकंप आ चुके हैं. ताजा झटकों के बाद लोगों में यह डर बना हुआ है कि यह किसी बड़े भूकंप के पहले का संकेत हो सकता है. उत्तराखंड प्राकृतिक आपदाओं के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्र है. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें यहां ऐसी आपदाओं के दौरान बेहद सक्रिय रहती हैं.

जोशीमठ में जमीन धंसने की हालिया घटनाओं के बाद ये झटके आए हैं. ऐसे में लोगों में नई आपदा आने की दहशत भर गई है. हालांकि पुष्कर सिंह धामी सरकार की ओर से ताजा भूकंप के झटकों के बाद अभी किसी भी प्रकार का कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है. लेकिन भूकंप की मार का डर देखते हुए उत्तराखंड वासी हमेशा ऐसे संकट के लिए खुद को तैयार रखते हैं. 

उत्तरकाशी का भूकंप
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में 20 अक्टूबर 1991 को 6.8 रिक्टर स्केल का भूकंप (Uttarkashi Earthquake)आया था. इसमें सैकड़ों लोगों की जान गई थी. इस भूकंप ने भी उत्तराखंड में भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं से निपटने की तैयारियों पर नए सिरे से सोचने को मजबूर कर दिया था. उस आपदा में 
750  से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. हजारों मकान ध्वस्त हो गए थे. 

चमोली का भूंकप
उत्तराखंड के चमोली जिले में  1999 में 6.8 रिक्टर स्केल का भयानक भूकंप (Chamoli Earthquake)  आयाथा. इस जलजले में 100 लोगों की मौत हो गई थी. चमोली से सटे रुद्रप्रयाग जिले में भी बड़े पैमाने पर तबाही हुई थी. भूकंप की वजह से नदियों का पानी भी गांवों में घुस गया था. भूकंप इतना हिला देने वाला था कि सड़क और भवनों में गहरी दरारें आ गईं थीं.

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