UKSSSC Paper Leak Case: सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में उत्तराखंड एसटीएफ ने बड़ा खुलासा किया है. जिसमें पाया गया है कि UKSSSC के कार्यालय से यह पेपर लीक हुआ था. एसटीएफ ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है.
Trending Photos
देहरादून: उत्तराखंड में इन दिनों पेपरलीक का मुद्दा गर्माया हुआ है. उत्तराखंड एसटीएफ ने अब एक और बड़ा खुलासा किया है. जिसके मुताबिक सचिवालय रक्षक भर्ती का पेपर उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के कार्यालय से लीक हुआ था. एसटीएफ ने आयोग कार्यालय से पेन ड्राइव के जरिए पेपर चुराने वाले आरोपी प्रदीप पाल को गिरफ्तार किया है.
बता दें कि एसटीएफ टीम वीडियो भर्ती परीक्षा से संबंधित मुकदमे की जांच कर रही है. जिसमें पूर्व में गिरफ्तार आरोपियों और अन्य गवाहों के बयानों में यह सबूत मिले हैं कि 26 सितंबर 2021 को आयोजित हुई सचिवालय रक्षक भर्ती में कई अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र परीक्षा से पहले उपलब्ध हो गया था. जिसके संबंध में पुलिस मुख्यालय ने जांच के आदेश दिए गए थे. आदेश पर एसटीएफ टीम ने सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा की जांच की. जिसमें परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक होने के सबूत मिले. एसटीएफ टीम ने 24 अगस्त 2022 को थाना रायपुर में मुकदमा दर्ज किया था.
सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा के संबंध में की जा रही जांच में यह भी पाया गया कि प्रश्न पत्र को आयोग ने ही बिल्डिंग में लगी प्रिंटिंग मशीनों में छपवाया गया था. जिसका टेंडर आरएमएस टेक्नोसोल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया था. जिसके कर्मचारी प्रदीप पाल और उनकी टीम परीक्षा की तारीख से 1 सप्ताह पहले आयोग में प्रश्न पत्र सैट करने/छपवाने के लिए आयोग की प्रिंटिंग प्रेस रायपुर में आए थे. जहां प्रदीप पाल द्वारा पेनड्राइव के माध्यम से यह पेपर चुराया गया था.
एसटीएफ टीम ने आयोग में जिस जगह पर पर प्रश्न पत्र छापा गया था, उस जगह का निरीक्षण किया गया. जिस लैपटॉप में प्रश्न पत्र तैयार किया गया था. उस लैपटॉप को कब्जे में लिया गया है और जिस दिन पेपर छपाई का काम चल रहा था. उस दौरान की सीसीटीवी (फुटेज जो आयोग द्वारा संरक्षित की गई थी) को कब्जे में लिया गया है. सीसीटीवी फुटेज में पेपर निकालने की पुष्टि हुई है.
बता दें, गिरफ्तार आरोपी प्रदीप पाल पुत्र गया प्रसाद उत्तर प्रदेश के बाराबंकी के थाना हैदरगढ़ क्षेत्र का रहने वाला है. जो 2017 से आरएमएस टेक्नोसोल्यूशंस लिमिटेड का कर्मचारी/कम्प्यूटर ऑपरेटर है. कंपनी के प्रिंटिंग प्रेस संबंधी कार्य देखता है और देहरादून में पाम सिटी में कंपनी के फ्लैट में रहता था. पूछताछ में उसने बताया गया कि आयोग बिल्डिंग में पेपर छपने के दौरान मौका पाकर पेनड्राइव के जरिए से प्रश्नपत्र चुराया गया था. यह प्रश्न पत्र पेनड्राइव के माध्यम से ही चुराने के बाद उसके द्वारा जयजीत दास को दिया गया था. आरोपी द्वारा पूछताछ में अहम जानकारी दी गयी है, जिसकी पुष्टि की जा रही है.