राज्य स्थापना दिवस समारोह के मौके पर ग्राम विकास विभाग की ओर से आयोजित लखपति दीदी मेला कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऐसी मातृ शक्तियों को सम्मानित भी किया. जिन्होंने अपनी सालाना आय को 1 लाख के पार पहुंचाया है.
Trending Photos
देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मातृशक्ति के लिए शुक्रवार को बड़ा ऐलान किया है. सीएम धामी ने कहा, सरकार ने यह तय किया है कि 1 लाख 25 हज़ार महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का सरकार काम करेगी. यानी कि महिलाओं को आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ाने के साथ ही उनकी सालाना आय को भी आगे बढ़ाने की दिशा में काम किया जाएगा.
राज्य स्थापना दिवस समारोह के मौके पर ग्राम विकास विभाग की ओर से आयोजित लखपति दीदी मेला कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऐसी मातृ शक्तियों को सम्मानित भी किया. जिन्होंने अपनी सालाना आय को 1 लाख के पार पहुंचाया है. इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि माणा गांव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आम लोगों से अपील की है कि वह जब भी कहीं जाएं तो 5 प्रतिशत खर्च स्थानीय उत्पाद की खरीद में जरूर करें.
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की तैयारी
धामी सरकार द्वारा शुरू की गई लखपति दीदी योजना के जरिए स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की तैयारी है.सीएम धामी ने ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को स्वयं सहायता समूह से जोड़ने की अपील की है. उन्होंने कहा कि जब राज्य 25वां स्थापना दिवस मना रहा होगा तब प्रदेश की सवा लाख बहनें लखपति दीदी होंगी. बता दें, प्रदेश में 9 नवंबर को मनाए जाने वाले स्थापना दिवस को लेकर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं.
उत्तराखंड अन्य खबरें
सीएम धामी ने दी इगास की बधाई
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इगास के अवसर पर मुख्यमंत्री आवास में गौ-पूजन कर प्रदेशवासियों की सुख- समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की. मुख्यमंत्री ने देवउठनी एकादशी के इस पावन अवसर पर तुलसी पूजन भी किया. उन्होंने कहा कि गाय सनातन संस्कृति के साथ ही समस्त मानव जाति के लिए पूजनीय और आदरणीय है. भारतीय संस्कृति में गाय को माता का दर्जा दिया गया है. गाय को सुख, सौभाग्य व समृद्धि प्रदान करने वाली तथा समस्त मनोकामनाएं को पूर्ण करने वाली माना गया है. मुख्यमंत्री श्री धामी ने इगास की बधाई देते हुए लोक पर्व इगास को उत्साह के साथ मनाने का आह्वान किया है. उन्होंने विशेषकर प्रदेश की युवा पीढ़ी का आह्वान किया है कि वे अपनी प्रकृति-प्रेमी एवं पर्यावरण हितैषी परंपराओं व संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन के लिए आगे आएं.