श्री पंचदशनाम आवाहन अखाड़ा, जो अब तक 122 महाकुंभ आयोजित कर चुका है, ने महाकुंभ नगर में छावनी स्थापित की.
अखाड़े की यात्रा मड़ौका आश्रम से शुरू होकर सेक्टर 20 में स्थित छावनी तक 11 किमी तक चली.
यात्रा में भगवान गजानन का रथ और पंच परमेश्वर रमता पंच श्रद्धालुओं के बीच आकर्षण का केंद्र रहे.
अखाड़े ने पर्यावरण संरक्षण पर जोर देते हुए भक्तों को पौधे लगाने का संकल्प दिलाया.
अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर ने इस बार महाकुंभ में 51 हजार फलदार पौधे प्रसाद के रूप में देने का ऐलान किया.
छावनी यात्रा में एक दर्जन महा मंडलेश्वर, 51 श्री महंत और बड़ी संख्या में नागा संन्यासियों ने भाग लिया.
अखाड़े ने योगी सरकार के 'हरित महाकुंभ' के संकल्प को समर्थन दिया और पर्यावरण रक्षा को प्रमुख उद्देश्य बनाया.
स्थानीय लोगों और महाकुंभ प्रशासन ने यात्रा का पुष्पवर्षा से स्वागत किया.
अखाड़े के संतों ने सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार के साथ पर्यावरण संकट को भी प्रमुख मुद्दा बताया.
यात्रा में रथों, ऊंटों और घोड़ों पर सवार संतों ने यात्रा को भव्यता प्रदान की.
अखाड़ा पर्यावरण संरक्षण और धरा की रक्षा के लिए महाकुंभ के दौरान विविध कार्यक्रम आयोजित करेगा.
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