इस दिन बंद होगा बदरीनाथ धाम का कपाट, 15 कुंतल फूलों से सजाया गया मंदिर
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इस दिन बंद होगा बदरीनाथ धाम का कपाट, 15 कुंतल फूलों से सजाया गया मंदिर

बद्रीनाथ धाम (Badrinath Dham) मंदिर समिति ने की घोषणा. शीतकाल के दौरान दुर्गम्‍यता को लेकर बंद किए जा रहे कपाट. 

इस दिन बंद होगा बदरीनाथ धाम का कपाट, 15 कुंतल फूलों से सजाया गया मंदिर

पुष्कर चौधरी/चमोली : कल यानी 19 नवंबर को बदरीनाथ धाम का कपाट बंद कर दिया जाएगा. इसको लेकर मंदिर समिति तैयारियों में जुटा है. मंदिर को 15 कुंतल गेंदा के फूलों से सजाया जा रहा है. बताया गया कि शीतकाल के दौरान यात्रा की दुर्गम्यता को लेकर कपाट बंद किए जाते हैं. 

दोपहर 3 बजकर 35 मिनट पर बंद होगा कपाट 
भगवान बदरीनाथ जी का कपाट 19 नवंबर को दोहपर ठीक 3 बजकर 35 मिनट पर विधि-विधान के साथ शीतकाल के लिए बंद किया जाएगा. अब तक बदरीनाथ धाम के दर्शन के लिए 17 लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंच चुके हैं. मंदिर का कपाट 8 मई को खुला था. इसके बाद 17 नवंबर तक रिकॉर्ड संख्‍या में श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे. बताया गया कि इस बार रिकॉर्ड संख्‍या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंच हैं.  

इस बार सबसे अधिक श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे 
इससे पहले 2021 में 1 लाख 47 हजार, वर्ष 2020 में 1 लाख 45 हजार श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे थे. हालांकि उस समय दुनिया भर में कोरोना का संक्रमण चल रहा था. इससे पहले 2018 में सर्वाधिक 10 लाख 58 हजार श्रद्धालु पहुंचे थे. वहीं, वर्ष 2019 में 10 लाख 40 हजार श्रद्धालु पहुंचे थे. इस साल सबसे अधकि 17 लाख 51 हजार भक्‍त दर्शन करने आए.  

चार धाम यात्रा में रिकॉर्ड श्रद्धालु 
वहीं, दूसरी ओर भगवान केदारनाथ के कपाट 27 अक्टूबर को भैयादूज पर्व पर तुला लगन में प्रातः आठ बजे शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए थे. वहीं, इस बार मदमहेश्वर धाम के कपाट 18 नवंबर को प्रात: 8 बजे वृश्चिक लगन में शीतकाल के लिए बंद होने थे. 21 नवंबर को शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर में विराजमान होंगी. बता दें कि इस बार रिकार्ड तीर्थ यात्रियों ने चार धाम यात्रा में हिस्सा लिया है. 

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