हरदोई: मां-बाप के निधन के बाद भी नहीं हारी हिम्मत, 10वीं में हासिल की 6वीं रैंक, पूरा करना चाहता है माता-पिता का ये सपना
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हरदोई: मां-बाप के निधन के बाद भी नहीं हारी हिम्मत, 10वीं में हासिल की 6वीं रैंक, पूरा करना चाहता है माता-पिता का ये सपना

Hardoi News: यूपी बोर्ड परीक्षा के परिणाम 25 अप्रैल यानी आज जारी कर दिए गए. जिसमें हरदोई के निखिल सिंह ने भी जिले का नाम रोशन किया है. निखिल ने हाईस्कूल परीक्षा में प्रदेश में छठवां स्थान हासिल किया है. 

हरदोई: मां-बाप के निधन के बाद भी नहीं हारी हिम्मत, 10वीं में हासिल की 6वीं रैंक, पूरा करना चाहता है माता-पिता का ये सपना

आशीष द्विवेदी/हरदोई: यूपी बोर्ड 10वीं और 12वीं के नतीजे 25 अप्रैल को जारी कर दिए गए. रिजल्ट में हाईस्कूल परीक्षा में जिले के श्री रामलाल सिंह मेमोरियल पब्लिक स्कूल के छात्र निखिल कुमार ने छठी रैंक हासिल की है. निखिल डॉक्टर बनकर अपना नाम रोशन करना चाहते हैं. सफलता का श्रेय निखिल ने अपने अभिभावक और गुरुजनों को दिया है. उन्होंने संघर्षों को मात देकर सफलता हासिल की है. उनकी कामयाबी से परिजन बेहद खुश हैं. 

हरदोई जिले के विकासखंड मल्लावां के पूरनमऊ गांव के रहने वाले स्वर्गीय सुरेश चंद्र के 17 बर्षीय बेटे निखिल कुमार के हाई स्कूल की परीक्षा में छठी रैंक हासिल करने की खबर जैसे ही आयी परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. निखिल ने संघर्षों को मात देकर मेहनत और लगन से यह मुकाम हासिल किया है.

निखिल के पिता की 2 साल पहले सड़क हादसे में निधन हो गया था तो मां का देहांत भी 2008 में हो गया. माता पिता का साया सिर से उठ जाने के बाद ताऊ शिव नारायण श्रीवास्तव ने उनकी परवरिश और पढ़ाई लिखाई जिम्मा उठाया तो निखिल ने भी कठिन परिश्रम कर हालात को खुद पर हावी नहीं होने दिया और मेहनत कर स्वर्गीय माता पिता और परवरिश करने वाले ताऊ के सपने को साकार कर दिखाया. 

निखिल के मुताबिक 5 से 6 घंटे वह रोजाना पढ़ाई करते हैं और पढ़ लिख कर एमबीबीएस डॉक्टर बनना चाहते हैं क्योंकि उनके माता-पिता का यही सपना था. वह अपने माता-पिता के सपने को साकार करेंगे, अपनी सफलता का श्रेय निखिल ने अपने ताऊ शिव नारायण श्रीवास्तव और अपने स्कूल के शिक्षकों को दिया है.

निखिल का कहना है कि उन्हें अपने परिवार और शिक्षकों का भरपूर सहयोग मिला है यही वजह है कि उन्होंने सफलता हासिल की है. ताऊ शिव नारायण श्रीवास्तव का कहना है कि निखिल ने मेहनत और लगन के साथ पढ़ाई की और हम उसका पूरा सहयोग करते हैं, वह पढ़ लिखकर अच्छा मुकाम हासिल करें यही वह चाहते हैं. निखिल की इस कामयाबी से विद्यालय प्रबंधन भी काफी खुश है. 

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