Barabanki: हाईवे पर ड्राइवर को सीसा साफ करना पड़ा महंगा, लुटेरों ने लूटा ट्रक, जानिए क्यों?
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Barabanki: हाईवे पर ड्राइवर को सीसा साफ करना पड़ा महंगा, लुटेरों ने लूटा ट्रक, जानिए क्यों?

Truck Robbery: बाराबंकी पुलिस ने हाईवे पर ट्रक लूटने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. जानिए पूरा मामला...

Barabanki: हाईवे पर ड्राइवर को सीसा साफ करना पड़ा महंगा, लुटेरों ने लूटा ट्रक, जानिए क्यों?

बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में पुलिस ने हाईवे पर ट्रक लूटने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने लूट में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं. पकड़े गए दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है. जानकारी के मुताबिक 4 आरोपियों ने अपनी आर्थिक तंगी दूर करने के लिए गैंग बनाया था. ये गैंग लूट की वारदात को अंजाम देती थी. इन आरोपियों पर पहले भी कई मामले दर्ज हैं. वहीं, फरार चल रहे दो आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद इस तरह की दूसरी वारदातों का भी खुलासा हो सकता है.

बिहार से कानपुर जा रहा था ट्रक
दरअसल, बीते 5 नवंबर को फिरोजाबाद जिले के रहने वाले ड्राइवर कौशलेंद्र ने बाराबंकी के थाना जैदपुर में पुलिस को सूचना दी थी कि वह ट्रक में गत्ता लोड करके पूर्णिया बिहार से कानपुर जा रहा था. तभी रात में करीब 10 बजे वह अहमदपुर टोल प्लाजा के पास ट्रक का सीसा साफ करने लगा. तभी 3 अज्ञात व्यक्ति वहां आए और तमंचे के बट से मारकर उसका मोबाइल और नकदी छीन लिया. साथ ही उसे ट्रक से धक्का देकर उतार दिया. इतना ही नहीं वह ट्रक लेकर मौके से फरार हो गए. काफी खोज बीन के बाद ट्रक पुराने बाईपास मंजीठा के पास खड़ा मिला.

जैदपुर में मुकदमा दर्ज 
इस मामले की कौशलेन्द्र ने थाना जैदपुर में मुकदमा दर्ज करा है. वहीं, अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए अधिकारियों ने स्वाट, सर्विलांस और थाना जैदपुर पुलिस टीम को लगाया था. इसके बाद टीम ने माले की गहन जांच पड़ताल की. इस दौरान पुलिस ने दो अभियुक्तों विक्रम रावत, सुभाष कनौजिया को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने उनके कब्जे से लूट का मोबाइल, दो अदद बैट्री और 1000 रुपये नकद भी बरामद किए हैं.

मामले में बाराबंकी के अपर पुलिस अधीक्षक ने दी जानकारी
इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक बाराबंकी डॉ अखिलेश नारायण सिंह ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि उसने अपने दूसरे साथियों जशवन्त सिंह उर्फ बॉवी और विशाल के साथ आर्थिक तंगी को दूर करने का प्लान बनाया, जिसके बाद इस वारदात को अंजाम दिया. वहीं, पकड़े जाने के डर से वो ट्रक को सतरिख नाका बाईपास के पास छोड़कर फरार हो गए.

उन्होंने बताया कि लखनऊ निवासी विक्रम रावत पर पहले भी आधा दर्जन से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं. इसके अलावा ट्रक लूट मामले में फरार दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगातार छापेमारी कर रही है. जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा. इनके पकड़े जाने पर इस तरह की और भी कई वारदातों का खुलासा हो सकता है.

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