Saharanpur News: इमरान मसूद कुछ दिनों पहले बसपा प्रमुख मायावती द्वारा लोकसभा चुनाव को लेकर बुलाई गई बैठक में लखनऊ नहीं पहुंचे थे. बसपा ने उनकी गैरमौजूदगी को गंभीरता से लिया था.
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Imran Masood: इमरान मसूद 10 महीने में ही बसपा से बाहर कर दिए गए हैं. यूपी में लोकसभा चुनाव से पहले इसे बड़ी खबर माना जा रहा है, जिसमें इमरान मसूद को बसपा से निष्कासित किया गया है. प्रबल संभावना है कि इमरान मसूद कांग्रेस में जाएंगे. पिछले हफ्ते वो कांग्रेस आलाकमान से मुलाकात कर चुके है. इमरान मसूद तीन दिनों पहले बसपा प्रमुख मायावती द्वारा बुलाई गई बैठक में भी नहीं पहुंचे थे.
इमरान मसूद की भाभी खदीजा मसूद ने यूपी नगर निकाय चुनाव के दौरान सहारनपुर से मेयर का चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें बीजेपी के हाथों बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा था. अपने गढ़ में ही जीत हासिल न कर पाने से इमरान मसूद की भारी फजीहत हुई थी. इमरान मसूद इससे पहले सपा और कांग्रेस में भी रह चुके हैं. माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस उन्हें सहारनपुर से मैदान में उतार सकती है.
बसपा ने निष्कासन पत्र में इमरान मसूद पर दबाव की राजनीति करने का आरोप लगाया है. साथ ही पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का भी हवाला दिया. इमरान मसूद पर लोकसभा चुनाव के लिए टिकट लेने के लिए दबाव डालने का भी आरोप लगा है.
मायावती ने पिछले हफ्ते लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति तैयार करने के लिए बड़ी बैठक बुलाई थी. लेकिन इमरान मसूद उस बैठक से नदारद थे. तभी से यह कयास लगाया जा रहा था कि इमरान मसूद एक बार फिर नई सियासी पारी खेलने के लिए तैयार हैं. मायावती ने उस बैठक में लोकसभा चुनाव बसपा द्वारा अपने बलबूते लड़ने की घोषणा की थी. पूर्व विधायक इमरान मसूद ने कहा भी था, 'मैं बहुजन समाज पार्टी में किसी प्रकार बोझ नहीं हूं. पार्टी में उनकी अहमियत है, लेकिन बसपा को उन्हें संभालकर रखना है. ये काम तो पार्टी को करना है.'
इमरान मसूद ने दस महीनों पहले ही अक्टूबर 2022 में बसपा ज्वाइन की थी. समाजवादी पार्टी द्वारा यूपी विधानसभा चुनाव में उन्हें नकुड़ विधानसभा सीट से टिकट न दिए जाने से वो काफी नाराज थे. उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को घमंडी भी बताया था.
हालांकि अखिलेश यादव पर सीधा हमला बोलकर इमरान मसूद ने साफ कर दिया था कि वो सपा में वापस नहीं लौटने वाले. 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का हाथ छोड़कर इमरान मसूद टिकट के भरोसे सपा में आए थे, लेकिन ऐन टाइम पर उनके साथ खेल हो गया. विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर भी इमरान मसूद ने सपा प्रमुख पर निशाना साधा था.
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