AMU में रामलला मंदिर के निर्माण की मांग, जाट महासभा ने दिया हैरान करने वाला ऑफर
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AMU में रामलला मंदिर के निर्माण की मांग, जाट महासभा ने दिया हैरान करने वाला ऑफर

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को लेकर एक बार फिर नया विवाद सामने आ रहा है. जाट महासभा ने विश्वविद्यालय परिसर में भगवान श्रीराम का मंदिर बनाए जाने की मांग की है. इसके लिए संगठन ने प्रस्ताव भी दिया है.

AMU में रामलला मंदिर के निर्माण की मांग, जाट महासभा ने दिया हैरान करने वाला ऑफर

अलीगढ़ : देश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में शुमार अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. जाट महासभा ने एएमयू के कुलपति को पत्र लिखकर एक अजीबोगरीब मांग की है. जाट महासभा ने कहा है कि एएमयू परिसर में रामलला के मंदिर का निर्माण कराया जाए. एएमयू में पढ़ने लगभग 4 हजार हिंदू बच्चों के पूजा अर्चना करने के लिए इस मंदिर के निर्माण की मांग की गई है. जाट महासभा ने यह भी कहा है कि एएमयू में राम मंदिर के निर्माण के लिए संगठन की ओर से 21 लाख रुपए का दान दिया जाएगा. संगठन की ओर से कहा गया है कि मुस्लिम छात्रों के नमाज अदा करने के लिए कैंपस में पहले से दर्जनों मस्जिद मौजूद हैं. निर्माण ना होने की स्थिति में जाट महासभा द्वारा बड़ा फैसला लिए जाने की बात कही गई है.

दरअसल युवा जाट महासभा के जिला अध्यक्ष व अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया था. इस दौरान जाट महासभा के जिला अध्यक्ष व अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र आदेश चौधरी ने कहा है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में लगभग 4 हजार हिंदू छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण करते हैं. उन छात्र-छात्राओं की पूजा अर्चना करने के लिए एएमयू कैंपस में अभी तक कोई मंदिर नहीं है. ऐसे में उनके आपसे छात्राओं को पूजा-अरना करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. 

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लिहाजा हमारी मांग है कि एएमयू कैंपस में हिंदू छात्र-छात्राओं के पूजा अर्चना करने के लिए भगवान श्री राम के मंदिर का निर्माण बहुत जल्द होना चाहिए. ऐसे में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर तारीक मनसूर को अगर मंदिर बनवाने के लिए कोई आर्थिक मदद की जरूरत पड़ेगी तो जाट महासभा चंदा इकट्ठा करके 21 लाख रुपया देगा. उन्होंने  कहा कि मंदिर निर्माण न होने की स्थिति में जाट महासभा को उग्र आंदोलन के लिए मजबूर होना पड़ेगा, जिसके लिए जिम्मेदार अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर होंगे.

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