IPS Abhishek : योगी सरकार का पूरा जोर कानून व्यवस्था पर है. ऐसे में इसे सफल बनाने में तेज तर्रार आईपीएस अफसर दे रहे हैं. यूपी और हरियाणा से सटा शामली जिला अपराध का गढ़ माना जाता था. आज यहां भी अपराध जिला छोड़कर पड़ोसी राज्य में चले गए हैं.
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IPS Abhishek : यूपी की योगी सरकार का पूरा जोर कानून व्यवस्था पर है. ऐसे में इसे सफल बनाने में तेज तर्रार आईपीएस अफसर दे रहे हैं. यूपी और हरियाणा से सटा शामली जिला अपराध का गढ़ माना जाता था. आज यहां भी अपराध जिला छोड़कर पड़ोसी राज्य में चले गए हैं. यहां तैनात आईपीएस अभिषेक अपराधियों पर आफत बनकर टूटे. आईपीएस अभिषेक ने पड़ोसी राज्य से सटे इस जिले में अपराध को ना के बराबर कर दिया. तो आइये जानते हैं आईपीएस अभिषेक की सक्सेस स्टोरी.
बीटेक के बाद मल्टी लेवल कंपनी में चयन
दरअसल, आईपीएस अभिषेक मूलरूप से बिहार के कटिहार के रहने वाले हैं. अभिषेक की दसवीं तक की पढ़ाई कटिहार से ही हुई है. इसके बाद 12वीं की पढ़ाई के लिए वह पटना चले गए. पटना से 12वीं की पढ़ाई पूरी करने के बाद उनका चयन कालीकट के एक इंजीनियरिंग कालेज में हो गया. इसके बाद उन्होंने वहीं से बीटेक की पढ़ाई की. इसी बीच अभिषेक का सेलेक्शन बेहतरीन पैकेज के साथ एक मल्टी नेशनल कंपनी में हो गया और फिर वे अपने सपनों की उड़ान लेकर हैदराबाद शहर पहुंच गए. लेकिन एमएनसी में नौकरी के दौरान उन्हें पश्चिमी देशों के टाइम जोन के हिसाब से चलना पड़ता. मतलब, दिन में सोना और पूरी रात जागकर काम करना. वहीं नौकरी करते-करते कुछ समय बाद उन्हें लगने लगा कि इससे सेहत के साथ खिलवाड़ हो रहा है. इसके बाद उन्होंने नौकरी छोड़ने का निर्णय ले लिया.
...तो ऐसे आया तैयारी करने का विचार
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अभिषेक के फूफा जी एक प्रतियोगी पत्रिका पढ़ते थे. इसमें सिविल सर्विस में चयनित होने वाले छात्रों के इंटरव्यू आया करते थे. वे अक्सर उन्हें भी ये इंटरव्यू दिखाते थे. बस वहीं से उनके मन में सिविल सर्विस की बात बैठ गई. लेकिन फिर उन्होंने इस बारे में ज्यादा नहीं सोचा था. बचपन में उन्हें ब्रोंकाइटिस की समस्या थी. लिहाजा उन्हें घंटों योगा करने की आदत थी साथ ही सेहत के प्रति सचेत होने के चलते वे सुबह जल्दी जगना और जिम जाना पसंद करते थे.
दिल्ली में तैयारी की
इसके बाद अभिषेक दिल्ली आ गए. यही से सिविल सर्विस की तैयारी शुरू कर दी. 2012 में उन्होंने पहला अटेंप्ट दिया था, जिसमें असफल होने पर वे निराश हो गए थे. लेकिन फिर दोस्तों के कहने पर उन्होंने फिर से अपनी मंजिल की तरफ नई मजबूती के साथ बढ़ने का फैसला किया. 2013 में उन्होंने UPSC परीक्षा क्रैक कर ली थी, जिसमें उनका सेलेक्शन इंडियन रेवले सर्विस के लिए हो गया. फिर उन्हें लगा कि वे एक अटेंप्ट और दे सकते हैं. 2014 की UPSC परीक्षा में उनका चयन पुलिस सर्विस के लिए हो गया.
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