दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल प्रोजेक्ट की राह देख रहे नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ और राजधानी दिल्ली के लोगों के लिए खुशखबरी है.अगले 4 से 6 माह में रैपिड रेल पटरी पर दौड़ने लगेगी. इसके ट्रायल दिसंबर से शुरू हो जाएंगे.
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Delhi-Meerut Rapid Rail Trial : दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल प्रोजेक्ट की राह देख रहे नोएडा, गाजियाबाद, मेरठ और राजधानी दिल्ली के लोगों के लिए खुशखबरी है.अगले 4 से 6 माह में रैपिड रेल पटरी पर दौड़ने लगेगी. इसके ट्रायल दिसंबर से शुरू हो जाएंगे. नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन (NCRTC) के एमडी विनय कुमार ने ये जानकारी दी है. दुहाई-साहिबाबाद के 17 किलोमीटर लंबे रैपिड रेल प्रोजेक्ट (Delhi-Meerut RRTS corridor) के लिए ट्रायल रन दिसंबर से शुरू हो जाएगा. करीब 4 माह तक ट्रेनों के संचालन का परीक्षण किया जाएगा.
माना जा रहा है कि फरवरी-मार्च 2023 तक रैपिड रेल के पहले चरण का संचालन शुरू हो जाएगा. इससे दिल्ली-एनसीआर के लोगों को बड़ा लाभ मिलेगा. अफसरों का कहना है कि रैपिड रेल का ट्रायल योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ रहा है.
एनसीआरटीसी भारत के पहले रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम Regional Rapid Transit System (RRTS) को दिल्ली से मेरठ के बीच चलाने जा रहा है. दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ के 82 किलोमीटर रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (Delhi Ghaziabad Meerut RRTS) का निर्माण कार्य बेहद तेजी से चल रहा है.
दुहाई-साहिबाबाद सेक्शन के बाद दुहाई-मेरठ साउथ सेक्शन को अगले साल दिसंबर तक चालू कर दिया जाएगा. जबकि रैपिड रेल का पूरा प्रोजेक्ट 2025 तक पूरा करने की योजना है. रैपिड रेल का ट्रायल फिलहाल दो ट्रेनों के जरिये हो रहा है, जबकि एक और अगले हफ्ते तक मिलने की उम्मीद है.
परीक्षणों के दौरान रैपिड रेल की क्वालिटी, सिग्नल सिस्टम, रोलिंग स्टॉक, ब्रेक सिस्टम और कोचों का निरीक्षण किया जाएगा. इन ट्रेनों में ऑटोमैटिक ट्रेन प्रोटेक्शन सिस्टम है और अभी तक यह कसौटी पर खरा उतरा है.
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