SP-Congress alliance: यूपी में लोकसभा चुनाव के बाद अब सबकी निगाहें 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव पर टिकी हुई हैं. यूपी विधानसभा की 10 सीटों पर उपचुनाव को लेकर जोर आजमाइश शुरू हो गई है. सपा और कांग्रेस का सफर लोकसभा के बाद विधानसभा चुनाव में भी जारी रखने के लिए कई दौर की वार्ता हो चुकी है.
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SP-Congress alliance: लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच हुआ गठबंधन आने वाले विधानसभाओं चुनावों में भी दिख सकता है. दोनों पार्टियों के बीच कई दौर की वार्ताएं हो चुकी हैं पर अभी तक यह वार्ता अपने आखिरी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है.
दो सीटों पर उपचुनाव चाहती है कांग्रेस
यूपी में कांग्रेस जहां 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों में अपनी हिस्सेदारी चाहती है, तो वहीं सपा ने महाराष्ट्र और हरियाणा के विधानसभा आम चुनाव में सीटें मांगी हैं. इंडिया गठबंधन के सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस यूपी में दो सीटों पर उपचुनाव लड़ना चाहती है. इसको लेकर दोनों पार्टियों के शीर्ष नेतृत्व के बीच कई राउंड की बातचीत भी हो चुकी है.
दिग्गजों की हो चुकी है वार्ता
सपा की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और प्रमुख महासचिव रामगोपाल यादव और कांग्रेस की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और महासचिव केसी वेणुगोपाल इस वार्ता में शामिल रहे. अखिलेश की सपा ने हरियाणा में 5 और महाराष्ट्र में 12 सीटों को लेकर अपना दावा ठोका है. इन दोनों ही राज्यों में कांग्रेस ने अभी कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया है.
सपा सूत्रों के मुताबिक यूपी के वर्ष 2022 के आम चुनाव में ज्यादातर सीटों पर जमानत जब्त हुई थी. उस चुनाव में उसका वोट फीसदी भी 6.25 फीसदी से गिरकर 2.35 प्रतिशत पर पहुंच गया था. देखा जाए तो विधानसभा चुनाव के लिहाज से यहां भी कांग्रेस का कोई जनाधार नहीं दिख रहा है. सपा सूत्रों के मुताबिक, अगर कांग्रेस अन्य राज्यों के विधानसभा चुनाव में उन्हें हिस्सेदारी नहीं देगी, तो बदले में यहां भी उसे सपा से सीटों की उम्मीद नहीं करनी चाहिए. 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को यूपी चुनाव 2027 का सेमीफाइनल के तौर पर देखा जा रहा है.
इन सीटों पर उपचुनाव
यूपी की करहल, मिल्कीपुर, कटेहरी, कुंदरकी, गाजियाबाद, खैर, मीरापुर, फूलपुर, मंझवा और सीसामऊ पर उपचुनाव होना है. इन सीटों में 5 सपा के पास हैं तो रालोद-निषाद पार्टी की 1-1 सीटें हैं, जबकि बीजेपी की 3 सीटें हैं.