Weekly Vrat Festivals List: इस सप्ताह मोक्षदा एकादशी और मार्गशीर्ष समेत कई व्रत त्योहार हैं जिनका हिंदू धर्म में बहुत महत्व बताया गया है. आइये जानते हैं 9 दिसंबर से 15 दिसंबर के बीच पड़ने वाले व्रत-त्योहारों का महत्व, पूजा विधि और शुभ पूजा मुहूर्त.
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Weekly Vrat Festivals List: 9 दिसंबर से शुरू हो रहे दिसंबर के दूसरे सप्ताह में मोक्षदा एकादशी, गीता जयंती, दत्तात्रेय जयंती और मार्गशीर्ष पू्र्णिमा जैसे कई व्रत त्योहार हैं, जिनका हिंदू धर्म में बहुत महत्व बताया गया है. आइये आपको विस्तार से बताते है इस सप्ताह 9 दिसंबर से 15 दिसंबर के बीच पड़ने वाले व्रत-त्योहारों की तारीख, महत्व और पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है.
9 से 15 दिसंबर 2024 के व्रत-त्योहारों की पूरी लिस्ट
(Vrat-Festival List from 9 to 15 December 2024)
11 दिसंबर 2024- मोक्षदा एकादशी (mokshda ekadashi 2024)
मोक्षदा एकादशी मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है. इस दिन व्रत रखकर भगवान विष्णु की पूजा और गीता पाठ करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है. इस दिन पूजा के लिए प्रातःकाल स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें. भगवान विष्णु को तुलसी, पंचामृत, धूप-दीप अर्पित करें. रातभर जागरण और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करे. मान्यता है कि मोक्षदा एकादशी पर व्रत रख विधि विधान से पूजा करने से मोक्ष प्राप्ति और समस्त पापों से मुक्ति मिलती है.
11 दिसंबर 2024- गीता जयंती (Geeta Jayanti 2024)
गीता जयंती भगवान श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को गीता का उपदेश दिए जाने की स्मृति में मनाई जाती है. इस दिन गीता पाठ, भगवद्गीता के श्लोकों का उच्चारण, और श्रीकृष्ण की पूजा करें. इस दिन मंदिरों में कथा वाचन का आयोजन होता है. यह दिन ज्ञान, धर्म, और जीवन की सच्चाई को समझने का प्रतीक है.
13 दिसंबर 2024- प्रदोष व्रत ( Margshirsh Mah Ekadashi 2024 )
यह व्रत हर त्रयोदशी को भगवान शिव की आराधना के लिए रखा जाता है. सूर्यास्त के समय शिवलिंग का जलाभिषेक करें. बेलपत्र, धतूरा, और भस्म अर्पित करें.
मान्यता है कि प्रदोष व्रत रखने से रोग, शोक, और संकटों से मुक्ति मिलती है.
13 दिसंबर 2024- अनंग त्रयोदशी (Anang Tryodashi 2024)
यह व्रत दांपत्य जीवन में मधुरता और समृद्धि के लिए रखा जाता है जो भगवान कामदेव को समर्पित है. इस दिन व्रत रखकर सुख-समृद्धि की कामना की जाती है. इस दिन दीपदान करना शुभ माना जाता है.
14 दिसंबर 2024 - दत्तात्रेय जयंती (Dattatreya Jayanti 2024)
भगवान दत्तात्रेय त्रिदेवों के अवतार हैं. इस दिन उनकी पूजा करने से ज्ञान, समृद्धि और शांति मिलती है. पूजा के लिए दत्तात्रेय मंदिर में जाकर अर्पण कर ब्रह्मा, विष्णु और महेश की पूजा करें. यह दिन साधना और ब्रह्मज्ञान प्राप्ति का प्रतीक है
15 दिसंबर 2024- धनु संक्रांति (Dhanu Sankranti 2024)
सूर्य के धनु राशि में प्रवेश करने पर यह पर्व मनाया जाता है. इस दिन दान-पुण्य का विशेष महत्व होता है. इस दिन गंगा स्नान और सूर्य को अर्घ्य देने से पुण्य की प्राप्ति होती है.
15 दिसंबर 2024- मार्गशीर्ष पूर्णिमा (Margashirsha Purnima 2024)
इस पूर्णिमा पर व्रत रखकर चंद्र देव और भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. इस दिन दान-पुण्य करने और पवित्र स्नान का विशेष महत्व होता है.
Disclaimer: दी गई जानकारी पंचांग और ज्योतिषीय मान्यताओं पर आधारित है. ZEE UP/UK इसकी प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं करता.
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