इस सप्ताह अनंत चतुर्दशी, श्राद्ध पक्ष और विश्वकर्मा पूजा जैसे कई व्रत त्योहार, यहां देखें पूरी लिस्ट
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इस सप्ताह अनंत चतुर्दशी, श्राद्ध पक्ष और विश्वकर्मा पूजा जैसे कई व्रत त्योहार, यहां देखें पूरी लिस्ट

Weekly Vrat Festivals List: इस सप्ताह के पहले ही विश्वकर्मा पूजा है तो वहीं अंनत चतुर्दशी और पितृ पक्ष श्राद्ध की शुरुआत समेत इस सप्ताह कई व्रत और त्योहार है. आइये देखते हैं इन व्रत त्योहारों की पूरी लिस्ट. 

इस सप्ताह अनंत चतुर्दशी, श्राद्ध पक्ष और विश्वकर्मा पूजा जैसे कई व्रत त्योहार, यहां देखें पूरी लिस्ट

Weekly Vrat Festivals List: 16 सितंबर से शुरू हो रहे इस सप्ताह विश्वकर्मा पूजा, अंनत चतुर्दशी, पितृ पक्ष श्राद्ध की शुरूआत और भाद्रपद पूर्णिमा सहित कई व्रत और महत्वपूर्ण पर्व पड़ रहे हैं. आइये आपको विस्तार से बताते हैं 16 सितंबर से 22 सितंबर 2024 के बीच इस सप्ताह पड़ने वाले त्योहारों की तारीख, महत्व, और पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है.  

16 सितंबर 2024 (सोमवार) - विश्वकर्मा पूजा 
विश्वकर्मा पूजा उद्योग, निर्माण और शिल्प के देवता विश्वकर्मा को समर्पित है. इस दिन कारखानों, मशीनों और औजारों की पूजा होती है. विश्वकर्मा पूजा के लिए शुभ मुहूर्त: सुबह 7:30 बजे से 9:00 बजे तक रहेगा. 

17 सितंबर 2024 (मंगलवार) - अनंत चतुर्दशी
अनंत चतुर्दशी पर भगवान विष्णु के अनंत रूप की पूजा की जाती है. इस दिन भगवान गणेश की मूर्ति का विसर्जन भी किया जाता है. गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश की मूर्ति लाई जाती है और 10 दिन तक उनकी रीति रिवाज और विधि विधान से पूजा करने के बाद अंनत चतुर्दशी के दिन उनकी विदाई की जाती है यानी बप्पा की मूर्ति का विसर्जन किया जाता है. अनंत चतुर्दशी के दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 20 मिनट से लेकर 11 बजकर 44 मिनट तक रहेगा.

17 सितंबर 2024 (मंगलवार) -  पूर्णिमा श्राद्ध, भाद्रपद पूर्णिमा व्रत
इस दिन के बाद से पितृ पक्ष श्राद्ध की शुरूआत हो जाती है, जो दो अक्टूबर तक रहेंगे. भाद्रपद पूर्णिमा व्रत भी इसी दिन रखा जाता है. श्राद्ध पक्ष के दौरान कोई शुभ कार्य करना वर्जित माना जाता है. श्राद्धों में पितरों का तर्पण किया जाता है. भाद्रपद पूर्णिमा पर व्रत के बाद चंद्रमा की पूजा की जाती है. 

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18 सितंबर 2024 (बुधवार) - पितृपक्ष की शुरुआत, प्रतिपदा श्राद्ध  

पितृपक्ष में पितरों की आत्मा की शांति के लिए श्राद्ध और तर्पण किया जाता है.  प्रतिपदा श्राद्ध इस पवित्र पक्ष की शुरुआत है. इस दौरान पूजा का शुभ शुभ मुहूर्त: सुबह 9:00 बजे से 10:30 बजे तक रहेगा. 

21 सितंबर 2024 (शनिवार) - विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी 
विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी गणेश जी को समर्पित होती है, इस दिन व्रत रखकर विघ्नहर्ता गणेश जी की पूजा की जाती है. इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त: शाम 6:00 बजे से 7:30 बजे तक रहेगा. 

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Disclaimer: दी गई जानकारी पंचांग और ज्योतिषीय मान्यताओं पर आधारित है. ZEE UP/UK इसकी प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं करता.

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