Prayagraj Maha kumbh 2025: उत्तर प्रदेश सरकार प्रयागराज महाकुंभ को भव्य बनाने के लिए भगीरथ प्रयास कर रही है. 4 हजार हेक्टेयर में फैले महाकुंभ स्थल में एक खास गंगा पंडाल बनाया जाएगा, जिसमें दस हजार श्रद्धालुओं के लिए खास इंतजाम किए जाएंगे.
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उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में बुधवार को प्रयागराज महाकुंभ मेला 2025 की शीर्ष समिति की पांचवीं बैठक आयोजित की गई. बैठक में मुख्य सचिव ने बताया कि इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर 4000 हैक्टेयर के कुंभ क्षेत्र पर पैनी नजर रखेगा.
महाकुंभ 2025 मेला की विशेष तैयारियां
सरकार ने मेले में 25 से 30 करोड़ लोगों के आगमन की संभावना को देखते हुए वहां स्वच्छता के तमाम इंतजाम पर ध्यान दिया है. निर्माणाधीन परियोजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूरा करने का निर्देश दिया गया है. पब्लिक टॉयलेट पर स्वच्छ भारत मिशन के तहत सुंदरीकरण पर ध्यान देने को कहा गया है. क्यूआर कोड से गंदे टॉयलेट की शिकायत करने की व्यवस्था होगी. प्रयागराज महाकुंभ 2025 के लिए अत्याधुनिक इंटीग्रेटेड कमाण्ड एंड कंट्रोल सेंटर को दिसंबर 2024 तक पूरा कर लिया जाएगा.
AI के जरिए निगरानी होगी
एआई तकनीक से लैस हाई डेफेनिशन कैमरों से पूरे महाकुंभ परिसर में सुरक्षा निगरानी की जाएगी. श्रद्धालुओं की गिनती और भीड़ के दबाव पर नजर रखी जाएगी. आग लगते ही कमांड सेंटर को सबसे पहले सूचना प्राप्त होगी. 120 पार्किंग एरिया में 720 सामान्य सीसीटीवी और 480 एआई कैमरे लगेंगे. पार्किंग क्षेत्र 1800 हेक्टेयर में होगा ताकि वाहनों के बढ़ते दबाव से हालात न बिगड़ें. 744 स्थानों पर सीसीटीवी सर्विलांस कैमरों की मदद से 200 अति महत्वपूर्ण लोकेशनों की लगातार मॉनीटरिंग होगी.
मेला हेल्पलाइन नंबर 1920
प्रयागराज के रेलवे स्टेशनों और बस अड्डे पर 180 सीसीटीवी कैमरे लगाये जाएंगे. महाकुंभ 2025 का मेला हेल्पलाइन नंबर 1920 पचास लाइनों की क्षमता वाला होगा. पूरे शहर की 268 लोकेशन पर नजर रखने के लिये पहले से स्थापित 1107 कैमरों को कण्ट्रोल रूम से इंटीग्रेट किया जायेगा.
ठहरने की व्यवस्था की जायेगी
महाकुम्भ के अवसर पर देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को बेहतर सुविधायें दिये जाने एवं अवस्थान हेतु टेण्टेज आदि की व्यवस्था प्रयागराज मेला प्राधिकरण द्वारा की जायेगी. इस बार मेला क्षेत्र 4000 हेक्टेयर क्षेत्रफल में होगा और घाट की लम्बाई 12 कि0मी0 होगी. टेण्ट में ठहरने हेतु 25,000 बेड्स की व्यवस्था की जायेगी. सभी टेण्ट की संरचनायें बाथरूम के साथ जर्मन हैंगर पर आधारित होगी.
चेकर्ड प्लेट आपूर्ति को मंजूरी
गंगा पंडाल 10,000 व्यक्तियों तथा कनवेन्शल हॉल 1000 पैक्स क्षमता का होगा. 250 मेला सर्किट हाउस बनाये जायेंगे. सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में 1,45,000 ट्वायलेट्स बनाये जायेंगे. 9800 स्वच्छता कर्मी तथा 1800 सेनिटेशन वालंटियर्स कार्य करेंगे. महाकुम्भ में 1,16,052 चेकर्ड प्लेट आपूर्ति के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की गई.
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