Meerut news: मेरठ में 150 करोड़ से कहां बनेगा ESI अस्पताल, हापुड़ से बुलंदशहर तक के मरीजों को मिलेगा फायदा
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Meerut news: मेरठ में 150 करोड़ से कहां बनेगा ESI अस्पताल, हापुड़ से बुलंदशहर तक के मरीजों को मिलेगा फायदा

Meerut News: मेरठ में 100 बेड के ESI अस्पताल का भूमि पूजन किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाग लिया. अस्पताल में बीमित कर्मचारियों के लिए इलाज निशुल्क होगा, जबकि सामान्य जनता के लिए ओपीडी की व्यवस्था भी होगी. सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं, जिसमें पुलिस और पीएसी की तैनाती शामिल है.

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Meerut News: मेरठ में कंकरखेड़ा स्थित मार्शल पिच पर आज 100 बेड के कर्मचारी राज्य बीमा (ESI) अस्पताल का भूमि पूजन हुआ. इस समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाग लिया, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली शिलान्यास किया. इस अस्पताल की निर्माण लागत लगभग 148 करोड़ रुपये है और यह 5.8 एकड़ में बनेगा.

सीएम योगी ने बोला...
सीएम योगी ने समारोह में कहा, "उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य क्षेत्र में अभूतपूर्व परिवर्तन आ रहा है. 1947 से 2017 के बीच केवल 17 मेडिकल कॉलेज स्थापित हुए थे, जबकि अब 75 में से 64 जिलों में मेडिकल कॉलेज या निर्माणाधीन हैं." उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब दो एम्स भी हैं, जिससे क्षेत्र के लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर मिलेंगी. मुख्यमंत्री ने गाजियाबाद में एक और एम्स की स्थापना के लिए दिल्ली एम्स से सहमति बनने की बात भी साझा की. इससे गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ और बुलंदशहर के निवासियों को चिकित्सा सुविधाएं और बेहतर होंगी.

नया मील का पत्थर स्थापित
योगी ने उत्तर प्रदेश सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि राज्य ने गरीबों को आवास देने में एक नया मील का पत्थर स्थापित किया है. 2017 से पहले केवल कल्पना में ही आवास दिए जाते थे, जबकि अब 56 लाख से अधिक लोगों को घर मिल चुके हैं. इसके अलावा, 2 करोड़ 62 लाख परिवारों को शौचालय और 1.86 करोड़ परिवारों को उज्जवला योजना के तहत गैस कनेक्शन भी प्रदान किए गए हैं.

ESI अस्पताल का उद्देश्य
नवीनतम ESI अस्पताल का उद्देश्य मेरठ और आसपास के क्षेत्रों के करीब 2.85 लाख बीमित श्रमिकों और उनके परिवारों को चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करना है. राज्य में बीमितों के लिए 16 अस्पताल और 116 औषधालय स्थापित किए गए हैं, जिससे कुल 1.14 करोड़ लाभार्थियों को मुफ्त चिकित्सा सेवाएं मिलेंगी.

ओपीडी की भी होगी व्यवस्था 
इस अस्पताल में बीमित कर्मचारियों के लिए इलाज की सुविधा निशुल्क होगी, जबकि सामान्य जनता के लिए ओपीडी की व्यवस्था भी होगी. अस्पताल में पर्ची की लागत केवल 10 रुपये होगी. स्वास्थ्य मंत्री मंसुख मंडविया ने कहा कि यह अस्पताल मजदूरों के स्वास्थ्य की चिंता को ध्यान में रखते हुए खोला जा रहा है और यह प्राइमरी और सेकेंडरी हेल्थ केयर का 100 प्रतिशत मुफ्त इलाज प्रदान करेगा.

पुलिस और पीएसी तैनात रही
इस अवसर पर सुरक्षा की दृष्टि से आयोजन स्थल पर कड़े इंतजाम किए गए थे. CM के आगमन के दौरान यातायात को सुचारु बनाए रखने के लिए पुलिस और पीएसी तैनात रही. सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन के माध्यम से निगरानी रखी गई. आयोजन में 8 एएसपी, 15 डीएसपी, 30 इंस्पेक्टर, 200 सब-इंस्पेक्टर और 500 कांस्टेबल सहित कुल 360 सुरक्षा कर्मी उपस्थित थे. इस अस्पताल के निर्माण से न केवल स्वास्थ्य सुविधाओं में वृद्धि होगी, बल्कि यह क्षेत्र के लोगों के लिए रोजगार और विकास के नए अवसर भी उत्पन्न करेगा.

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