Shamli News: चार साल से मोक्ष पाने का इंतजार कर रही मटके में बंद सैकड़ों अस्थियां
Advertisement
trendingNow0/india/up-uttarakhand/uputtarakhand1877351

Shamli News: चार साल से मोक्ष पाने का इंतजार कर रही मटके में बंद सैकड़ों अस्थियां

Shamli News: यूपी के शामली जिले में सैकड़ों की संख्या में लावारिस मृतको के शव अंतिम संस्कार के बाद मोक्ष पाने की उम्मीद में पिछले करीब चार साल से मटकी में कैद हैं. वो अपने परिवार के सदस्य की राह ताक रही हैं.

Shamli News: चार साल से मोक्ष पाने का इंतजार कर रही मटके में बंद सैकड़ों अस्थियां

श्रवण कुमार/ शामली: जहां पितृ पक्ष में लोग अपने पितरों को याद कर उनका श्राद्ध और तर्पण की तैयारी में जुटे हैं. वहीं यूपी के शामली में सैकड़ों अस्थियां मोक्ष की उम्मीदों में अपनों की राहें ताक रही हैं. यहां पिछले चार सालों से 100 से ज्यादा अस्थियां मटके में कैद रखी हैं. उनको इंतजार है कि उनका कोई अपना आएगा और उनकी अस्थियों को विसर्जन करेगा.

मटकी में कैद हैं अस्थियां
यूपी के शामली जनपद के आदर्श मंडी थाना क्षेत्र के धीमान पुरा फाटक के पास श्मशान घाट में पिछले 4 सालों से करीब सैकड़ो से भी ज्यादा अज्ञात लोगो की अस्थियां रखी हुई है. इन अस्थियों का विसर्जन सालों से नहीं हुआ है. सड़क हादसों और लावारिस व्यक्ति की अज्ञात बीमारी के चलते मौत हो जाती है. उनके शव का दाह संस्कार कर उनकी अस्थियां विसर्जन का पिछले चार सालों से इंतजार कर रही हैं. 

अस्थियों को मोक्ष की उम्मीद
शामली जनपद के आदर्श मंडी थाना क्षेत्र स्थित श्मशान घाट पर सैकड़ो लोगों की अस्थियां विसर्जन के लिए रखी हुई हैं, लेकिन कई महीनो से अस्थियां अपने ही लोगों का इंतजार कर रही है. जिन लोगों की सड़क हादसे और अन्य कारणों से मौत हो जाती है उनके शव को पुलिस और समाजसेवी लोगों के द्वारा  सिटी के श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया जाता है. लेकिन शवों की पहचान न होने के कारण अंतिम संस्कार के बाद उनकी अस्थियों को अंतिम यात्रा ट्रस्ट द्वारा सुरक्षित रखा जाता है. 

परिवार का इंतजार कर रही अस्थियां
अंतिम यात्रा ट्रस्ट के इंचार्ज कपिल पाठाक ने इस मामले में अधिक जानकारी देते हुए बताया कि सालों से सैकड़ो से भी ज्यादा अस्तियां अपने परिवार के लोगों का इंतजार कर रही हैं. कपिल ने बताया कि उनके छोटे भाई अजय पाठक ने चार साल पहले अंतिम यात्रा सेवा ट्रस्ट के द्वारा यह कार्य शुरू किया था. उबके भाई का कहना था कि जिनका कोई नहीं होता उनका हम लोग हिन्दू समाज के संस्कृति के अनुसार अंतिम सस्कर करते हैं. उनके ट्रस्ट में पिछले काफी सालों से कई लोगों का अंतिम संस्कार किया है और उनके अस्थियों को सुरक्षित रखा गया है. पिछले करीब चार सालों से उनके परिवार का कोई भी सदस्य नहीं आया है. यह अस्थियां मोक्ष पाने के लिए अपने परिवार के सदस्य का इंतजार कर रही हैं. 

WATCH: मीरजापुर कैश वैन लूट का नया वीडियो, देखें वारदात से ठीक पहले लुटेरों ने क्या किया था

Trending news